हमारे सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है ‘शुक्र’

Venus is the hottest planet in our solar system
सूर्य पृथ्वी से 300000 गुना बड़ा है। चांद पर अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा छोड़े गए पैरों के निशान और टायर की पटरियां हमेशा के लिए वहां रहेंगे क्योंकि उन्हें उड़ाने के लिए कोई हवा नहीं है। सौर मंडल का गठन लगभग 4.6 बिलियन साल पहले हुआ था। शनि एकमात्र रिंग वाले ग्रह नहीं है, बृहस्पति, यूरेनस और नेप्च्यून जैसे अन्य गैस वाले ग्रहों में भी रिंग होते हैं, वे सिर्फ कम स्पष्ट दिखाई देते हैं। शुक्र ग्रह हमारे सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है जिसकी सतह का तापमान 450 डिग्री सेल्सीयस से अधिक है।
2006 में, खगोलविदों ने एक ग्रह की परिभाषा बदल दी। इसका मतलब यह है कि प्लूटो को अब एक बौना ग्रह के रूप में जाना जाता है। कम गुरुत्वाकर्षण की वजह से, पृथ्वी पर 90 किलो वजन वाले एक व्यक्ति का वजन मंगल की सतह पर केवल 34 किलो होगा। पहली मानव निर्मित वस्तु 1957 में अंतरिक्ष में भेजी गई थी जब स्पूतनिक नामक रूसी उपग्रह लॉन्च किया गया था। मनुष्य को ज्ञात सबसे ऊँचा पर्वत वेस्टा नामक क्षुद्रग्रह पर है। इसकी ऊँचाई 22 किलोमीटर है, यह माउंट एवरेस्ट से तीन गुना ऊँचा है। मंगल ग्रह पर सूर्यास्त नीला दिखाई देता है। हमारे सौरमंडल में बुध व शुक्र ऐसे दो ग्रह हैं जिनका कोई भी उपग्रह नहीं है। यदि कोई तारा ब्लैक होल के काफी पास से होकर गुजरता है तो वह बिखर सकता है। हमारा सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह शुक्र है ज्यादातर लोग हमेशा सोचते हैं कि सबसे गर्म ग्रह बुद्ध होगा क्योंकि यह सूर्य के ज्यादा नजदीक है जबकि ऐसा नहीं है। शुक्र के वायुमंडल में कई प्रकार की गैसें पाई जाती हैं जो कि ‘ग्रीन हाउस इफेक्ट’ का कारण बनती हैं अत: शुक्र अधिक गर्म है। हमारे सौरमंडल 4.6 बिलियन वर्ष पुराना है वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह 5000 मिलियन वर्ष और अस्तित्व में रहेगा। शनि के छोटे उपग्रहों में एन्सेलाडस सूर्य से प्राप्त 90% प्रकाश को परावर्तित कर देता है।

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