बस्ती। उत्तर प्रदेश मे बस्ती जिले के वरिष्ठ चिकित्सक डाक्टर रमेश चन्द्र श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा है कि सर्दी से बचने के लिए बंद कमरे में अंगीठी का उपयोग जानलेवा हो सकता है । बन्द कमरे मे अगर ऐसा कर रहे हैं तो सावधान हो जाईये क्यों कि इससे जान जाने की खतरा बढ़ जाता है। सोमवार को बातचीत करते हुए उन्होने कहा कि अंगीठी में इस्तेमाल होने वाले कोयले या लकड़ी के जलने से कॉर्बन मोनोऑक्साइड के अलावा कई जहरीली गैसें निकलती हैं, जो जानलेवा साबित होता है अंगीठी ही नहीं, इस तरह का खतरा रूम हीटर से भी हो सकता है। उन्होने कहा कि कोयला या अलाव जलाने से कार्बन के अलावा कई जहरीली गैसें निकलती हैं।
सावधान रहने की आवश्यकता
कोयला बंद कमरे में जल रहा हो, तो इससे एनवायरनमेंट में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है और ऑक्सीजन का लेवल घट जाता है। यह कार्बन, ब्रेन पर सीधे असर डालता है और सांसों के जरिए बॉडी के अंदर भी पहुंचता है। ब्रेन पर असर होने से कमरे में सोया कोई भी इंसान बेहोश हो सकता है। ब्लड में यह कार्बन घुलकर धीरे-धीरे ऑक्सीजन को कम कर देता है । ठंड से बचाव के लिए यह तरीका आसान तो है लेकिन बहुत ही खतरनाक है।
इससे सावधान रहने की आवश्यकता है। गर्म कमरे से एकाएक बाहर जाने पर भी बीमार पड सकते हैं, इसलिए बाहर जाने से पहले ‘‘स्विच ओवर जोन‘‘यानी हीटर से अलग हटकर कुछ देर समय बीता लें, तब बाहर जाएं। उन्होने बताया कि बंद कमरे में लंबे समय तक ब्लोअर या हीटर जलाने से कमरे का तापमान बढ़ जाता है और नमी का लेवल कम हो जाता है। इस वजह से नॉर्मल लोगों को भी सांस संबंधी समस्या हो सकती है। अगर आप हीटर का प्रयोग करते हैं, तो कमरे में एक बाल्टी पानी रखें, जिससे कुछ हद तक नमी बनी रहे।
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