Air Conditioner: इस तरीके से चलाएं दिन रात एसी, फिर भी कम आएगा बिजली बिल, पड़ोसी आकर पूछेंगे क्या जुगाड़ है?

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Air Conditioner: इस तरीके से चलाएं दिन रात एसी, फिर भी कम आएगा बिजली बिल, पड़ोसी आकर पूछेंगे क्या जुगाड़ है?

Air Conditioner: अनु सैनी। गर्मी के मौसम में घर में ठंडक बनाए रखने के लिए एयर कंडीशनर (AC) एक बेहतरीन विकल्प है। लेकिन AC खरीदने से पहले यह जानना बेहद जरूरी है कि आपके कमरे के आकार और जरूरत के हिसाब से कौन सा AC सही रहेगा। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि एयर कंडीशनर की सही टन क्षमता का चुनाव कैसे करें, ताकि वह प्रभावी रूप से कमरे को ठंडा करे और बिजली की खपत भी कम हो।

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1. AC की टन क्षमता: क्या है और क्यों है जरूरी? Air Conditioner

AC की टन क्षमता उसके शीतलन क्षमता को दर्शाती है, यानी एक घंटे में वह कितनी गर्मी को बाहर निकाल सकता है। टन के हिसाब से AC की शक्ति बढ़ती है, इसलिए कमरे के आकार के आधार पर सही टन का चुनाव करना आवश्यक है। उदाहरण के लिए, एक 1 टन का AC एक घंटे में 12,000 ब्रिटिश थर्मल यूनिट्स (BTUs) की गर्मी को अवशोषित कर सकता है।

2. कमरे के आकार के अनुसार AC का चयन | Air Conditioner

कमरे के आकार के हिसाब से सही AC की टन क्षमता का चयन करें:
80-100 वर्ग फीट: इस आकार के कमरे के लिए 0.8 टन AC उपयुक्त रहेगा।
100-150 वर्ग फीट: 1 टन का AC इस आकार के कमरे के लिए अच्छा रहेगा।
150-200 वर्ग फीट: 1.5 टन का AC बेहतर काम करेगा।
200-300 वर्ग फीट: 2 टन का AC आदर्श रहेगा।
300-400 वर्ग फीट: 2.5-3 टन का AC सबसे उपयुक्त होगा।
इसका कारण यह है कि अगर AC की क्षमता कम हो तो कमरे का तापमान ठीक से नियंत्रित नहीं होगा, और अगर क्षमता अधिक हो तो बिना कारण ज्यादा ऊर्जा खपत होगी।

3. अन्य महत्वपूर्ण फैक्टर

सिर्फ कमरे का आकार ही AC के चयन का प्रमुख कारण नहीं है। कुछ और फैक्टर भी हैं जिनका ध्यान रखना जरूरी है:
कमरे की स्थिति और धूप: अगर आपका कमरा ज्यादा धूप में रहता है या ऊपर की मंजिल पर है, तो आपको अधिक शीतलन क्षमता वाले AC की आवश्यकता होगी।
खिड़कियों का आकार और संख्या: ज्यादा खिड़कियां और बड़ी खिड़कियां ज्यादा गर्मी को कमरे में प्रवेश करने देती हैं, ऐसे में उच्च क्षमता वाले AC की जरूरत होती है।
छत की ऊंचाई: ऊंची छत वाले कमरों में सामान्य से ज्यादा ठंडक की आवश्यकता होती है, इसलिए इन्हें 1.5 टन से अधिक क्षमता वाले AC की जरूरत होती है।

4. ऊर्जा दक्षता (Energy Efficiency) | Air Conditioner

AC खरीदते वक्त उसकी ऊर्जा दक्षता को भी ध्यान में रखें। ऊर्जा दक्षता का मूल्यांकन स्टार रेटिंग द्वारा किया जाता है, जो बताता है कि AC कितनी बिजली खपत करता है।
5 स्टार रेटिंग: यह सबसे अधिक ऊर्जा दक्षता वाला AC होता है। इसका मतलब है कि यह कम बिजली खपत करता है और लंबी अवधि में कम बिजली बिल लाता है।
3 स्टार रेटिंग: यह थोड़ा कम ऊर्जा दक्षता वाला होता है, लेकिन फिर भी ठीक काम करता है।
अधिक स्टार रेटिंग वाले ACs की कीमत थोड़ी अधिक हो सकती है, लेकिन लंबी अवधि में बिजली बिल की बचत होती है।

5. इन्वर्टर AC और नॉन-इन्वर्टर AC

इन्वर्टर AC: ये AC कंप्रेसर की स्पीड को जरूरत के अनुसार समायोजित करते हैं, जिससे ऊर्जा की खपत कम होती है और शोर भी कम होता है। इनका ऑपरेशन सामान्य ACs से अधिक साइलेंट और ऊर्जा दक्ष होता है।
नॉन-इन्वर्टर AC: इनमें कंप्रेसर एक तय स्पीड पर काम करता है, जिससे ज्यादा बिजली की खपत होती है। ये कम महंगे होते हैं, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से इनकी खपत अधिक होती है।

6. अतिरिक्त सुविधाएं

एयर कंडीशनर में कुछ अतिरिक्त सुविधाएं भी हो सकती हैं, जो उसे और भी उपयोगी बनाती हैं:
फिल्टर और एयर प्यूरीफिकेशन: कुछ ACs में एयर प्यूरीफायर और डस्ट फिल्टर की सुविधा भी होती है, जो कमरे की हवा को शुद्ध करने में मदद करते हैं।
स्मार्ट फीचर्स: कई आधुनिक ACs में Wi-Fi और स्मार्टफोन से कंट्रोल करने की सुविधा होती है, जिससे आप अपने फोन से AC की सेटिंग्स बदल सकते हैं।
स्वचालित तापमान नियंत्रण: यह फीचर AC को अपने आप तापमान के अनुसार सेट करने में मदद करता है, जिससे आरामदेह वातावरण बना रहता है।

7. बजट और ब्रांड

AC खरीदते वक्त बजट का भी ध्यान रखें। बाजार में कई ब्रांड्स हैं जैसे कि सैमसंग, एलजी, हीरो, और ब्लू स्टार, जो विभिन्न रेंज में ACs प्रदान करते हैं। उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांड्स की लंबी वारंटी और ग्राहक सेवा भी बेहतर होती है, इसलिए ब्रांड का चुनाव करते वक्त उसकी विश्वसनीयता और सेवा का भी ख्याल रखें।
सही AC का चयन करते समय कमरे का आकार, उसकी स्थिति, ऊर्जा दक्षता, और अतिरिक्त सुविधाओं को ध्यान में रखें। इस तरह आप न केवल अपने घर को ठंडा रख पाएंगे, बल्कि बिजली बिल में भी कमी ला सकेंगे। AC की सही टन क्षमता के साथ-साथ उसके प्रकार और ब्रांड का चुनाव भी महत्वपूर्ण होता है, जिससे आपकी गर्मियों की आरामदायक हो सके।

एक रिपोर्ट के अनुसार एसी 1 डिग्री तापमान बढ़ाने पर करीब छ: प्रतिशत बिजली की बचत होती है। आप अपने एसी के तापमान को जितना नीचे उसका कंप्रेसर उतनी ही देर तक काम करेगा। इससे बिजली का बिल बढ़ जाएगी। इसलिए अगर आप एसी को डिफॉल्ट टेम्प्रेचर पर यूज करते हैं तो आप 25 प्रतिशत तक बिजली बचा सकते हैं। हमारे शरीर का तापमान औसतन 36 से 37 डिग्री के बीच होता है। इसलिए इससे कम का कोई भी कमरा हमारे लिए सामान्य रूप से ठंडा ही होता है। इसलिए हमें एसी को 18 के बजाये 24 डिग्री पर इस्तेमाल करना चाहिए। इससे बिजली की खपत कम होगी।