वॉशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Biden) ने बुधवार को स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन के दौरान अमेरिकी हवाई क्षेत्र से रूसी विमानों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति ने कहा,”आज रात मैं घोषणा कर रहा हूं कि हम सभी रूसी उड़ानों के लिए अमेरिकी हवाई क्षेत्र को बंद करने, रूस को और अलग-थलग करने और उनकी अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव डालने में अपने सहयोगियों के साथ शामिल होंगे।
अमेरिका से पहले कनाडा व यूरोपीय संघ (ईयू) भी अपने हवाई क्षेत्र को रूसी विमानों के लिए बंद कर चुका है। इससे पहले यूरोपीय संघ ने अध्यक्ष उर्सल वॉन डेर लेयन ने घोषणा की थी कि पूरा ईयू रूसी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करेगा। उल्लेखनीय है कि जर्मनी, इटली, स्पेन और फ्रांस ने पिछले हफ्ते अपने हवाई क्षेत्र में रूसी विमानों को प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी। ब्रिटेन, पोलैंड, मोलडोवा और चेक गणराज्य ने यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ही रूस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था।
रूस सुरक्षा परिषद पर कनाडा ने लगाए प्रतिबंध
यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के जवाब में कनाडा ने रूस सुरक्षा परिषद के सभी 18 सदस्यों के खिलाफ प्रतिबंध लगा दिए। ग्लोबल अफेयर्स कनाडा ने इसकी जानकारी दी। मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया,”यूक्रेन में रूस के अकारण और अनुचित आक्रमण के जवाब में कनाडा नए प्रतिबंध लागू कर रहा है। नए संशोधन इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के सदस्यों पर प्रतिबंध लगाते हैं।”
कनाडा ने पिछले हफ्ते रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ व्यक्तिगत प्रतिबंधों की घोषणा की थी। नया फरमान सुरक्षा परिषद की संपूर्णता को प्रभावित करता है, जिसमें प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन, रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन शामिल हैं। इसके अलावा ओटावा रूसी सेंट्रल बैंक, नेशनल वेल्थ फंड और वित्त मंत्रालय के खिलाफ प्रतिबंधों के दायरे का विस्तार कर रहा है।
अमेरिकी कंपनी एक्सॉन मोबिल रूस में नहीं करेगा निवेश
अमेरिकी ऊर्जा कंपनी एक्सॉन मोबिल ने कहा है कि यूक्रेन में जारी रूसी सैन्य अभियान के जवाब में वह रूस में अपनी सखालिन-1 परियोजना का काम बंद कर देगी और रूसी विकास में निवेश भी समाप्त कर देगी। कंपनी ने मंगलवार को जारी में कहा,”एक्सॉन मोबिल जापानी, भारतीय और रूसी कंपनियों के एक अंतरराष्ट्रीय संघ की ओर से सखालिन-1 परियोजना का संचालन करता है।
हाल की घटनाओं को देखते हुए, हम संचालन बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं।” बयान में कहा गया कि मौजूदा स्थिति के कारण कंपनी रूस के नए विकास कार्यों में निवेश नहीं करेगी।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।