High Uric Acid: वैसे तो गर्म पानी अच्छे स्वास्थ्य की निशानी होता है, अच्छे स्वास्थ्य के लिए इसे वरदान माना जाता है। इसका नियमित रूप से सेवन पेट और पाचन से जुड़ी समस्याओं में भी बहुत ही फायदेमंद होता है। गर्म पानी आपका वजन कम करने के साथ ही शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा फैट बर्न करने में भी बहुत मददगार साबित होता है।
जब यूरिक एसिड की समस्या परेशान करती है तो ऐसे में गर्म या गुनगुना पानी पीना बहुत ही लाभदायक होता है, पर इसके साथ ही कुछ सावधानियां भी बरतनी जरूरी है। आज इस लेख के द्वारा यूरिक एसिड की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए कुछ सावधानियों का जिक्र किया जा रहा है जिनको ध्यान में रखकर ही आप गर्म या गुनगुने पानी का सेवन कर सकते हैं जोकि नुकसानदायक नहीं होगा। वैसे बता दें कि यूरिक एसिड को कम करने में गर्म पानी बहुत ही कारगर साबित होता है, पर शर्त ये है कि इसका सेवन संतुलित मात्रा में ही किया जाए। Uric Acid Control
गर्म पानी का उपयोग: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब यूरिक एसिड हाई हो तो उसको कंट्रोल करने के लिए गर्म पानी का सेवन अत्यंत लाभदायक होता है।साथ ही इसमें कुछ अन्य चीजें मिला दें तो फायदा दुगुना हो सकता है। उन अन्य चीजों में आप नींबू के रस को गर्म पानी में मिला सकते हैं, यह खास नुस्खा यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में काफी सहायक होता है। साथ ही इसमें आधा चम्मच हल्दी पाउडर, एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर भी ले सकते हैं। ऐसा हर रोज करने से आप चमत्कारिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इससे चयापचय की समस्या भी ठीक रहेगी। आप इस मिश्रण का दिन में दो बार सेवन कर सकते हैं और अपनी हाई यूरिक एसिड की समस्या को अलविदा कह सकते हैं।
Curd For Weight Loss: 10 दिनों में कम होगा चर्बी सहित वजन, इस तरीके से कर लें अगर दही का सेवन
त्रिफला: त्रिफला में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो हाई यूरिक एसिड के कारण जोड़ों में आए सूजन और दर्द को कम करने में मददगार है। त्रिफला तीन फलों- विभीतकी, अमलाकी और हरितकी से मिलकर बनी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो शरीर में त्रिदोषों के असंतुलन को संतुलित करती है। Uric Acid Control
यूरिक एसिड कंट्रोल करेगा गिलोय: गिलोय एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जो इम्यूनिटी बूस्टर मानी जाती है, साथ ही ये कई बीमारियों में असरदार है। अगर आप यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं तो गिलोय इस समस्या को भी कंट्रोल करने में कारगर है।
नीम: नीम एक आयुर्वेदिक औषधि है, इसका उपयोग आयुर्वेद में सूजन को कम करने और गठिया के दर्द को शांत करने के लिए किया जाता है। नीम की पत्तियों को पीसकर जोड़ों पर लगाने से गठिया के लक्षण शांत होते हैं और यूरिक एसिड का स्तर भी कम होता है। Uric Acid Control
हल्दी: हल्दी एक ऐसा मसाला है जो हर किसी की रसोई में आसानी से मिल जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसमें करक्यूमिन नामक गुण होता है जो सूजन से लड़ता है। इसके अलावा इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण भी होते हैं। हल्दी वाला दूध पीने से हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में काफी मदद मिलती है और ब्लड प्रेशर भी ठीक रहता है। यह बैक्टीरिया को दूर रखकर पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखता है। दूध में हल्दी हाइपरयुरिसीमिया के कारण पैरों में होने वाली सूजन को भी कम करती है। बेहतर परिणाम के लिए आप हल्दी वाले दूध में एक चुटकी काली मिर्च भी मिला सकते हैं।
आवश्यक टिप्स | Uric Acid Control
जिसका यूरिक एसिड बढ़ गया है तो उसके लिए जरूरी है कि वो अपनी दिनचर्या को परिवर्तित करें। इसके लिए हेल्दी डाइट अपनी दिनचर्या में जोड़ें। साथ ही ऐसे फूड्स जिनमें प्यूरिन की मात्रा ज्यादा होती है उनका सेवन करने से बचना चाहिए। हाई यूरिक एसिड की समस्या में मरीजों को आॅर्गन मीट, रेड मीट, फिश और चिकन आदि का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए, नहीं तो भयंकर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। हाई यूरिक एसिड की समस्या में आपको पानी की मात्रा को भी बढ़ाना चाहिए और हेल्दी फूड्स का ही सेवन करना चाहिए। इतना ही नहीं साथ में ही नियमित रूप से एक्सरसाइज या योगाभ्यास भी इस समस्या में बहुत कारगत साबित होता है।
नोट: लेख में दी गई जानकारी आपकी सामान्य जानकारी के लिए दी गई है। सच कहूँ इसकी पुष्टि नहीं करता है ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी डाक्टर या किसी स्पेशलिस्ट से संपर्क कर सकते हैं।