Morna (राहुल कुमार प्रजापति)। प्रसव पीड़िता की मौत के बाद महिला चिकित्सक (Morna Crime) पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों संग परिजनों ने जानसठ रोड़ स्थित प्राइवेट अस्पताल पर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस व गणमान्य लोगों ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शान्त किया। जिसके बाद बिना परिजनों ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के महिला के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
भोपा थाना क्षेत्र के गांव बिहारगढ़ निवासी इंद्रजीत ने बताया कि उसका भाई बबलू दिल्ली रेलवे सुरक्षा बल में तैनात है। बीते सोमवार की दोपहर उसकी भाभी लोकेश देवी को प्रसव पीड़ा हुई तो वह उसे मोरना में जानसठ मार्ग पर स्थित शीला मैमोरियल क्लीनिक पर ले गए। चार बजे के लगभग महिला का उपचार शुरू किया गया तथा नार्मल डिलीवरी बताते हुए रात्रि 10 बजे प्रसव पीड़िता की जांच के लिए टेस्ट कराए गये। रात्रि 12 बजे महिला की डिलीवरी को गम्भीर बताते हुए महिला चिकित्सक ने मुजफ्फरनगर के निजी अस्पताल से एम्बुलेंस मंगवाकर रेफर कर दिया।
चिकित्सकों ने महिला की हालत देखते हुए बेगराजपुर मेडिकल रेफर कर दिया जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद स्वजन में रोष फैल गया और मंगलवार की सुबह अनेक ग्रामीण मोरना नर्सिंग होम पर पहुंचे तथा चिकित्सक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हंगामा करते हुए प्रदर्शन किया। सूचना पर इंस्पेक्टर रामबीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा हंगामा कर रहे लोगों को शांत किया। गणमान्य लोगों के समझाने के बाद परिजन चले गए तथा बिना किसी कार्रवाई के महिला के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मृतका से सात वर्षीय बेटी साक्षी व तीन वर्षीय पल्लवी तथा पांच वर्षीय बेटा लक्ष्य है। घटना से परिवार में कोहराम मचा है।