
UP Expressway News: गाजियाबाद (रविन्द्र सिंह)। यूपी में पिछले काफी समय से लगातार नए एक्सप्रेसवे जाल बिछाएं जा रहे है। अब तक प्रेदश को कई एक्सप्रेसवे का तोहफा मिल चुका हैं, जबकि कई अन्य जल्द ही आम जनता के लिए खोले जा सकते हैं, इस लिस्ट में जल्द एक और एक्सप्रेसवे जुड़ने वाला हैं।
कम होगी दिल्ली से कानपुर की दूरी | UP Expressway News
बता दें कि इस नए एक्सप्रेसवे का नाम गाजियाबाद कानपुर एक्सप्रेसवे होगा। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से दिल्ली-गाजियाबाद से न केवल कानपुर की दूरी कम होगी बल्कि गाजियाबाद से कानपुर तक बनने वाले इस एक्सप्रेसवे से 9 जिलों को जोड़ा जाएगा, इसमें गाजियाबाद, हापुड, बुलंदशहर, अलीगढ, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर जिला शामिल है।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे कनेक्ट | UP Expressway News
वही इस एक्सप्रेसवे की सबसे खास बात यहहै कि यह एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा, और यहां औद्योगिक केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे। वहीं मिली जानकारी के मुताबित गाजियाबाद कानपुर एक्सप्रेसवे शुरुआत मे 4 लेन एक्सप्रेसवे होगा, जिसे बाद में 6 लेन तक बढाया जा सकेगा।
ट्रैफिक की समस्या से मिलेगा छुटकारा
इस एक्सप्रेसवे के बनने से नई दिल्ली और इसके आसपास से कानपुर जाने के लिए जाम के झाम से भी छुटकारा मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ समय की भी बचत होगी। यानि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद गाजियाबाद से कानपुर पहुंचने में करीब 5.30 घंटे का ही समय लगेगा, कानपुर को इस एक्सकप्रेसवे के जरिए बाद में नोएडा के जेवर एयरपोर्ट से भी जोड़ने पर विचार किया जा रहा हैं।
कहां से जुड़ेगा एक्सप्रेसवे
बता दें कि इस एक्सप्रेसवे का उत्तरी छोर NH-9 गाजियाबाद-हापुड हाइवे से जुड़ा होगा, जबकि दक्षिणी छोर 62.7 किमी लंबे कानपुर, लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ कनेक्ट होगा। इसे मेरठ एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। बता दें कि पहले इसको हापुड़ से कानपुर तक बनाया जाना था, लेकिन इसमें बदलाव किया गया। एक्सप्रेस-वे से हापुड़ को जोड़ने के लिए 60 किलोमीटर लंबे कनेक्टर रोड का निर्माण किया जाएगा, इससे यह एक्सप्रेस-वे हापुड़ में मेरठ एक्सप्रेस-वे से भी जुड़ जाएगा।
कब तक पूरा होगा ये एक्सप्रेसवे?
गाजियाबाद से कानपुर के बीच एक्सप्रेसवे के बनने के बाद दिल्ली-एनसीआर से यूपी के कई शहरों की पहुंच आसान हो जाएगी, इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जारी है, वहीं मिली जानकारी के मुताबित इसके 2026 तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही हैं।