डीएमआरसी के हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से होगी इंटरचेंज
गुरुग्राम (सच कहूँ/संजय कुमार मेहरा)। केंद्रीय कैबिनेट द्वारा गुरुग्राम (Gurugram) में नए मेट्रो रूट के संचालन को अनुमति मिलने के बाद से गुरुग्राम के विकास का और बेहतरीन से विकास होने की उम्मीदें जगी हैं। मेट्रो का यह नया रूट यहां उद्योगों के लिए भी काफी लाभकारी होगा। (Gurugram Metro)
इस नए मेट्रो रूट पर मेट्रो का संचालन दिल्ली मेट्रो रेल (Delhi Metro Rail) कारपोरेशन (डीएमआरसी) नहीं हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन लिमिटेड (एचएमआरटीसी) करेगा। एक तरह से यह हरियाणा की अपनी मेट्रो सेवा होगी। इस मेट्रो के साथ ही गुरुग्राम पहला ऐसा शहर होगा, जहां पर तीन तरह की मेट्रो (दिल्ली मेट्रो, हरियाणा मेट्रो और रैपिड मेट्रो) का संचालन होगा। अभी गुरुग्राम में साइबर सिटी से लेकर गोल्फ कोर्स रोड पर रैपिड मेट्रो चल रही है।
इस मेट्रो का निर्माण तो प्राइवेट कंपनी ने किया था, लेकिन कंपनी कुछ साल बाद इसे संचालित करने में हाथ खड़े कर दिये थे। ऐसे में हरियाणा सरकार ने इसके संचालन की जिम्मेदारी डीएमआरसी को दी। हालांकि अब हरियाणा सरकार का भी अपना मेट्रो कारपोरेशन बन चुका है। निकट भविष्य में रैपिड मेट्रो का संचालन भी हरियाणा सरकार कर सकती है। गुरुग्राम में डीएमआरसी की मेट्रो का ट्रायल रन वर्ष 2010 में शुरू हुआ था। इसके बाद वर्ष 2012 में यहां रैपिड मेट्रो का ट्रायन रन शुरू किया गया।
डीएमआरसी के गुरुग्राम में हैं 5 स्टेशन
डीएमआरसी की मेट्रो गुरुग्राम में महरौली रोड (एमजी रोड) से प्रवेश करती है। पहला स्टेशन गुरु द्रोणाचार्य, दूसरी सिकंदरपुर, तीसरा एमजी रोड, चौथा इफको चौक और अंतिम पांचवां स्टेशन हुडा सिटी सेंटर है। इसी स्टेशन से ही एचएमआरटीसी मेट्रो की कनेक्टिविटी होगी। एचएमआरटीसी मेट्रो का रूट हुडा सिटी सेंटर से आगे सेक्टर-45, साइबर पार्क, डिस्ट्रिक्ट शॉपिंग सेंटर सेक्टर-47, सुभाष चौक, सेक्टर-48, सेक्टर-72ए, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार फेज-6, सेक्टर-10, सेक्टर-37, बसई गांव, सेक्टर-101 (स्पर लाइन के माध्यम से जुड़ाव), सेक्टर-9, सेक्टर-7, सेक्टर-4, सेक्टर-5, अशोक विहार, सेक्टर-3, बजघेड़ा रोड, पालम विहार एक्सटेंशन, पालम विहार, सेक्टर-23ए, सेक्टर-22, उद्योग विहार फेज-4, उद्योग विहार फेज-5 और साइबर सिटी तक का होगा।
नया मेट्रो (Metro) रूट 28.50 किलोमीटर का होगा, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। शुरूआत चरण में इस रूट पर 35 मेट्रो ट्रेनें संचालित होंगी। यात्रियों की संख्या बढ़ने पर ट्रेनों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी। अभी तक गुरुग्राम में कोई भी मेट्रो जमीन के नीचे यानी अंडर ग्राउंड नहीं है। नई मेट्रो भी पीलर पर ही बनाए ट्रैक पर चलेगी। चार साल के भीतर यह परियोजना तैयार हो जाएगी। इस पर 5452 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
बता दें कि अभी तक दिल्ली से नए गुरुग्राम तक ही मेट्रो की सुविधा है। पुराने गुरुग्राम में आने के लिए यात्रियों को आॅटो, टैक्सी लेनी पड़ती है। नई मेट्रो परियोजना पूरी होने के बाद मेट्रो से ही यात्री यहां आ सकेंगे। इस परियोजना की शुरूआत करने की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। उम्मीद है जल्द ही सके टेंडर जारी कर दिए जाएंगे।
नई मेट्रो के लिए दो रूटों का किया गया अध्ययन | (Gurugram Metro)
पुराने गुरुग्राम के निवासियों को मेट्रो कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए पत्र 20.01.2016 के माध्यम से व्यवहार्यता अध्ययन करने के लिए डीएमआरसी को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था। दिनांक 08.08.2016 के पत्र द्वारा हरियाणा सरकार की ओर से डीएमआरसी से अनुरोध किया गया कि पुराने गुरुग्राम तक मेट्रो के लिए दो मार्गों का अध्ययन करे। इसमें पहला मार्ग हुडा सिटी सेंटर से सुभाष चौक, राजीव चौक और न्यू कॉलोनी मोड़ होते हुए गुरुग्राम
रेलवे स्टेशन तक पर अध्ययन हुआ। दूसरा रूट हुडा सिटी सेंटर से होते हुए सोहना रोड पर सुभाष चौक, हीरो होंडा चौक, सेक्टर-33, 34, 37, सेक्टर-10ए, 10, 9, 9ए, ईएसआई अस्पताल, सेक्टर-4 और 5 (रेलवे स्टेशन और आसपास के क्षेत्र को कवर करते हुए) सेक्टर 23 और द्वारका-नई दिल्ली तक का रहा। अब इसमें कुछ संशोधन करके मेट्रो रूट को साइबर सिटी तक फाइनल किया गया है।
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