गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की वित्तीय वर्ष -2023-24 में रही अनेक महत्वपूर्ण कार्यों की उपलब्धियां | Ghaziabad News
- जीडीए में जन सुनवाई को प्रभावी बनाया, अवैध निर्माण पर नियंत्रण और आय के स्रोतों में हुई वृद्धि, चहुँ ओर हो रही सराहना
गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। Ghaziabad News: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के वीसी अतुल वत्स के नेतृत्व में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण(जीडीए) का वर्ष -2024 अनेक महत्वपूर्ण उपलब्धियो से भरा रहा । जीडीए वीसी अतुल वत्स के नेतृत्व में प्राधिकरण को विकास के नूरानी पंख लगे है। प्राधिकरण ने साल -2024 में अनेक उपलब्धिया हासिल की है। जैसे- इंदिरापुरम हस्तान्तर, प्राधिकरण में अनुशासन, बायोमेटिक हाजरी की व्यवस्था, जन सुनवाई को प्रभावी बनाया गया, अवैध निर्माण पर लगातार नियंत्रण और आय के स्रोतो में बेशुमार वृद्धि और जनपद में नई भव्य आवासीय योजना का आगाज किया।
हरनन्दीपुरम योजना लाने की संकल्पना तैयार Ghaziabad News
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने नया गाजियाबाद हरनन्दीपुरम योजना लाने की संकल्पना तैयार किया और योजना की परिधि का निर्धारण कर लिया गया है। हरनंदीपुरम योजना कुल 521 हे0 भूमि पर लाई जाएगी। भूमि को आपसी-सहमति के आधार पर सीधा क्रय किया जाएगा।
इन्दिरापुरम योजना हस्तान्तरण प्राधिकरण की बड़ी उपलब्धि
प्राधिकरण की आवसीय योजना इन्दिरापुरम योजना हस्तान्तरण प्राधिकरण की बड़ी उपलब्धि है। इन्दिरापुरम योजना को नगर निगम गाजियाबाद को हस्तांतरित किया गया है, जिसके लिये आवश्यक नागरिक सुविधाओं को जन सामान्य के उपयोग के लिए सुलभ बनाने के लिए प्राधिकरण की तरफ से रुपए 185 करोड़ नगर निगम दिए गए। यह कार्यक्षेत्र के विकास, सुचारू प्रबंधन और नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने की दशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
बायोमेट्रिक मशीन से कर्मचारियों की हाजिरी
अनुशासन किसी भी संस्था का आईना होता है, अनुशासन में सुदृढ़ता लाने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में एक दिसंबर से बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली को प्रभावी ढंग से लागू किया किया गया है। ताकि प्रशासनिक कार्यशैली को अधिक प्रभावी एवं पारदर्शी बनाया जा सकेगा। बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए प्राधिकरण के प्रत्येक अधिकारी/कर्मचारियों को सुबह 10 बसे से 10.15 तक अपनी उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन पर दर्ज कराना आवश्यक कर दिया गया है। साढ़े 10 बजे के बाद उपस्थिति दर्ज करने पर आकस्मिक अवकाश एवं वेतन राकने के निर्देश दिए गए हैं।
लेंड ऑडिट और सम्पत्ति ऑडिट से आय बढ़ी
प्राधिकरण की पूर्व विकसित योजनाओं का लैंड ऑडिट और सम्पत्ति ऑडिट विशेषज्ञ फर्म के माध्यम से कराया गया। इस प्रक्रिया में विभिन्न योजनाओं में से लगभग 1000 करोड़ मूल्य की सम्पत्ति रिक्त पायी गई है जिसे नियोजित कर नीलामी के माध्यम से निस्तारण किया जाएगा। Ghaziabad News
लेखा-जोखा:वित्तीय वर्ष 2023-24 में विभिन्न स्रोतों से प्राधिकरण को 732.87 करोड़ की आय हुई
- प्रवर्तन जोनों से शमन शुल्क की मद में लगभग रूपये 22.75 करोड़,
- नियोजन एवं मानचित्र स्वीकृति की मद में लगभग रूपये 319.83 करोड़
- सम्पत्ति के विक्रय आदि से रूपये लगभग रूपये 288.07 करोड़
- अन्य मद रूपये 102.22 करोड़ और कुल आय – रूपये 732.87 करोड़ की आय हुई।
मधुबन बापूधाम योजना में गतिरोध का हुआ समाधान | Ghaziabad News
प्राधिकरण द्वारा वर्ष 2008 में प्रकाशित करायी गई मधुबन बापूधाम योजना में चल रहे किसान/भूधारकों के गतिरोध को समाप्त करने की रणनीति निर्धारित की गई, जिसमें किसानों द्वारा मा0 न्यायालय द्वारा निर्धारित विकसित भूखण्ड की मांग की जा रही थी। उक्त के क्रम में 06 प्रतिशत व 10 प्रतिशत के अनुपात में भूखण्ड सृजित कर दिये गये हैं, जिनका आवंटन लॉटरी सिस्टम के माध्यम से किया जायेगा।
मलिन बस्ती,ईडब्लूएस इकाईयों के जीर्णोद्धार एवं पुनर्नियोजन
प्राधिकरण द्वारा तुलसी निकेतन योजना के ई0डब्लू0एस0 भवनों के जीर्णोद्धार हेतु कंसलटेंट एजेंसी ई0 एण्ड वाई0 से कार्ययोजना व डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डी0पी0आर0) तैयार करायी जा रही है। भविष्य में पी0पी0ई0 मॉडल पर मजबूत व शानदार भवन, दुर्बल वर्ग/अल्प आय वर्ग के लोगों को दिये जायेंगे।
प्राधिकरण के अधिकारियों-कर्मचारियों को दक्ष करने के लिये विभिन्न कार्यशालाओ का आयोजन
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 एवं आई0जी0आर0एस0 के संबंध में दिनांक 07.09.2024 को कार्यशाला का आयोजन किया गया।
- वित्त एवं प्रशासनिक कार्याें के क्रियाकलापों पर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 16.12.2024 से दिनांक 18.12.2024 तक,3-हेल्थ कैम्प का आयोजन किया गया।
इस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट की संकल्पना
इस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (ई0ओ0आर0सी0) प्रोजेक्ट की संकल्पना भारत में एक समर्पित रेलवे मार्ग तैयार करने से जुड़ी है, जो मुख्यतः आर्थिक, औद्योगिक और पर्यावर्णीय उद्देश्यों के पूरा करने के लिये प्रस्तावित है। यह कॉरिडोर दिल्ली-एन0सी0आर0 क्षेत्र और उसके आसपास के राज्यों में यातायात का दवाब कम करने, औद्योगिक क्षेत्र को आपस में जोड़ने और माल परिवहन को अधिक तेज और कुशल बनाने पर केन्द्रित है। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य एवं संकल्पना माल परिवहन में वृद्धि, यातायात दवाब कम करना, औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ना, पर्यावर्णीय लाभ, आर्थिक विकास व अन्य है। यह परियोजना लॉजिस्टिक सेक्टर में गेम चेंजर के रूप में देखा जा रहा है।
जन सामान्य के लिये अन्य विशेष कार्य
- राजनगर एक्सटेंशन में 06 नग यू-टर्न बनाने का कार्य,
- पार्कों की सुदुर्ढ़ीकरण का कार्य, थीम पार्क हेतु दो पार्काें का चयन, हाथी पार्क एवं नींबू पार्क
- जल संरक्षण हेतु रेन वाटर हार्वेस्टिंग का प्राविधान,
- गंगोत्री टावर में 78 फ्लैंटों को असामाजिक तत्वों से कब्जा मुक्त कर सील किया गया,
- ग्रीन पहल के अन्तर्गत इस सत्र में 1,30,092.00 पौधों का रोपण किया गया।
नये साल में प्रस्तावित ये महत्वपूर्ण कार्य
- हरनंदीपुरम योजना
- थीम पार्क का निर्माण,
- लैण्ड ऑडिट में प्राप्त लगभग 1000 करोड़ की सम्पत्तियों के निस्तारण का कार्य।
क्या कहते हैं जीडीए उपाध्यक्ष | Ghaziabad News
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा कि साल-2024 में किए गए कार्यों ने प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को और अधिक व्यवस्थित और नागरिक हितैशी बनाने में योगदान दिया। प्राधिकरण इस उपलब्धियों के साथ अपने नागरिकों के प्रति सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है।
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