खटकड़ कलां/शहीद भगत सिंह नगर (सच कहूँ न्यूज)। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Mann) अपने कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर शनिवार को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के पैतृक गाँव में नतमस्तक हुए। उन्होंने इस मौके पर पंजाब को हरेक क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाकर महान शहीद के सपनों को साकार करने के लिए और भी बड़े प्रयास करने का प्रण लिया।
मुख्यमंत्री (Bhagwant Mann) ने शहीद-ए-आजम के जीवनवृत्त को दिखाने के लिए हाई-टेक अजायब घर को समर्पित करने के उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ठीक दो साल पहले उन्होंने इस पवित्र धरती पर कसम उठाने के बाद ही अपना पद संभाला था। उन्होंने कहा कि तब से लेकर अब तक उनका हर कार्य उस महान शहीद के सपनों को पूरा करना है, जिन्होंने देश को विदेशी साम्राज्यवाद के चंगुल से मुक्त करवाने के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी थी। सीएम मान ने कहा कि उनकी सरकार ने इस उद्देश्य को लेकर राज्य के विकास को बढ़ावा देने और यहाँ के लोगों की खुशहाली को यकीनी बनाने के लिए कई लोक हितैषी और नागरिक केंद्रित योजनाएं शुरु की हैं।
उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह (Bhagwant Mann) राज्य और देश के नौजवानों के लिए जोश और निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने का रोल मॉडल हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी देश के लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने शहीद के पिता दिवंगत किशन सिंह की समाधि पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए। उन्होंने नए बने अजायब घर का दौरा भी किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 325 करोड़ रुपए की लागत के साथ वेरका मिल्क प्लांट मोहाली के विस्तार की आधारशिला भी रखी।
पी.ए.यू. का पहला कृषि कॉलेज लोगों को समर्पित | Bhagwant Mann
बल्लोवाल सौंखड़ी (शहीद भगत सिंह नगर)। कंडी क्षेत्र में कृषि को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी (पी.ए.यू.) का कृषि कॉलेज लोगों को समर्पित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कॉलेज की स्थापना पी.ए.यू. द्वारा राज्य सरकार के सहयोग के साथ की गई है। उन्होंने कहा कि यह कॉलेज पी.ए.यू. का पहला कॉलेज है जो यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कदम का उद्देश्य इस क्षेत्र में कृषि को बढ़ावा देना है क्योंकि यह क्षेत्र कुछ परिस्थितियों के कारण राज्य के बाकी हिस्सों की अपेक्षा पिछड़ा रह गया है।
मुख्यमंत्री (Bhagwant Mann) ने कहा कि इस कॉलेज के खुलने से जहाँ एक ओर कृषि को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर नौजवानों के लिए रोजगार के नए रास्ते भी खुलेंगे। उन्होंने बताया कि इस कॉलेज में विद्यार्थी बी.एस.सी. एग्रीकल्चर की चार वर्षीय डिग्री कोर्स में दाखिला ले सकेंगे और हर साल इस डिग्री कोर्स में 120 विद्यार्थी दाखिला ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कॉलेज के लिए 50 करोड़ रुपए का बजट रखा है, जिसमें से 35 करोड़ रुपए कैंपस में इमारतों के निर्माण के लिए और बाकी की राशि आने वाले पाँच सालों के लिए वेतन देने के लिए इस्तेमाल की जाएगी।
यह भी पढ़ें:– Lok Sabha Election 2024 Date: हरियाणा-पंजाब, दिल्ली, यूपी में इस तारीख को होंगे लोकसभा चुनाव