रोहतक (सच कहूँ/नवीन मलिक)। आरक्षण व अन्य मांगों को लेकर जाटो ने सरकार को दो माह का अल्टीमेटम दिया है, अगर सरकार ने समय रहते मांगे नहीं मानी तो 16 अगस्त से प्रदेश में मुख्यमंत्री व मंत्रियों का कोई कार्यक्रम नहीं होने दिए जाएंगे। कार्यक्रम स्थलों को धरनो में तबदील कर दिया जाएगा। अगर इससे पहले प्रदेश में भाजपा का राष्ट्रीय स्तर का कोई कार्यक्रम हुआ तो उसी दिन से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा 15 जून से 15 अगस्त के बीच ब्लॉक से लेकर जिला स्तर पर भाईचारा सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा।
जिसमें बताया जाएगा कि कोई भाईचारा बिगाडने की कोशिश करेगा तो सब मिलकर साथ देंगे। जाटों ने सरकार पर भी आरोप लगाए और कहा कि वर्ष 2016 में फरवरी माह में सरकार ने ही आंदोलन को हिंसक कराया था और इसके पीछे प्रदेश के वितमंत्री, कृषिमंत्री व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष है और अब भी सरकार ने जाट समाज के साथ विश्वासघात किया है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा गांव जसिया में आयोजित जाट महासम्मेलन में जाटो ने यह ऐलान किया।