वाशिंगटन 07 फरवरी (स्पूतनिक)
ब्रिटेन के मानवाधिकार समूह एमनेस्टी इंटरनेशनल की एक जांच में सामने आया है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पश्चिमी देशों से हथियार लेकर यमन में विद्रोहियों को उपलब्ध करा रहा है। इन विद्रोही लड़ाकों पर ‘ब्लैक साइट्स’ संचालित करने का आरोप है, जहां संदिग्धों को पानी में डुबोया जाता है और उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। एमनेस्टी ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी। प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक यूएई यमन के इन लड़ाकों को हथियार देने के अलावा वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण भी दे रहा है।
यमन के लड़ाकों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हथियारों में अमेरिका निर्मित भारी मशीन गन, बेल्जियम और सर्बिया में निर्मित हल्की मशीन गन के अलावा सिंगापुर की 120 मिलीमीटर मोर्टार प्रणाली भी शामिल है। गौरतलब है कि यूएई यमन में हौती विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रही सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना का एक प्रमुख सदस्य है। सऊदी नीत गठबंधन सेना यमन के गृह युद्ध में राष्ट्रपति अब्दराबुह मंसूर हादी की सरकार का समर्थन कर रही है।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।