कोरोना से जंग : हरियाणा सरकार के दो महत्वपूर्ण फैसले
(Haryana Government)
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ऐजुसैट के चार चैनल केबल पर चलने से राज्य के 52 लाख विद्यार्थियों को होगा फायदा
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500 मोबाइल डिस्पैंसरी से गांव-गांव पहुंचेगी दवाएं, कोविड-19 मरीजों की होगी स्क्रीनिंग
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़/सच कहूँ)। प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान लाकडाउन के चलते प्रदेश के शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो बड़े फैसले लिए गए हैं, जिनमें बच्चों की पढ़ाई खराब न हो, इसलिए लाकडाउन के दौरान बच्चों को अबाध्य शिक्षा प्रदान करने के लिए आॅनलाइन चैनलों की शुरूआत की थी। अब इन चैनलों को केबल टीवी पर भी प्रसारित किया जाएगा। वहीं प्रदेश में कोरोना संकट के बीच सामान्य मरीजों के लिए 500 मोबाइल डिस्पैंसरियां चलाई जाएंगी। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते प्रदेश के सरकारी स्कूलों के पहली से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को सामान्य परिस्थिति होने तक आॅनलाइन पढ़ाया जा रहा है। ऐसे में स्कूल खुलने तक विद्यार्थियों को घर पर ही रहकर अपने अभिभावकों की मदद से मोबाइल फोन एवं वट्सअप के जरिए अध्यापकों की सहायता से पढ़ाई करनी होगी।
- हर साल शैक्षणिक स्तर की शुरूआत एक अप्रैल से होती है।
- इस साल कोरोना वायरस की महामारी के चलते पूरा देश लॉकडाउन में है।
- इस वजह से शिक्षा का इस साल का सत्र शुरू नहीं किया जा सकता है।
केबल ऑपरेटर को हरियाणा ऐजुसैट के चार चैनल प्रसारित करने के आदेश
विद्यालय शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी आदेशों के अनुसार हरियाणा के सभी केबल आॅप्रेटरों को हरियाणा ऐजुसैट के चार चैनलों को प्रसारित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। ताकि लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद होने की स्थिति में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो। हरियाणा ऐजुसैट के इन चार चैनलों पर कक्षा पहली से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए विषयवार, कक्षावार प्रसारण किया जाता है, जो राज्य के 52 लाख विद्यार्थियों के लिए लाभप्रद है। इस संबंध में विभाग ने प्रत्येक जिले के डीसी एवं जनसंपर्क विभाग से इस प्रसारण को सुनिश्चित करवाने की बात कही गई है।
211 टीमें प्रदेश भर में चलाएंगी 500 मोबाइल डिस्पैंसरियां
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए प्रदेश की 500 रोडवेज बसों को मोबाइल डिस्पैंसरी के तौर पर चलाने की योजना बनाई है। इसके लिए प्रदेश भर में 211 टीमों का गठन कर दिया गया है। हरियाणा परिवहन की बसों का इसके लिए उपयोग किया जाएगा, क्योंकि वर्तमान में हरियाणा परिवहन की सेवाएं लॉकडाउन के कारण बंद हैं।
- इनमें 150 मिनी बसों को भी शामिल किया गया है।
- हर बस में चालक और परिचालक की ड्यूटी लगाई जाएगी।
जानकारी के अनुसार प्रदेश के हर गांव को कवर करने का शैड्यूल बनाया जा रहा है। ऐेसे में ग्रामीणों को गांव में पहुंचने से पहले मोबाइल डिस्पैंसरी संबंधित सूचना दी जाएगी, ताकि वे समय पर डिस्पैंसरी से दवा ले सकें। एक सप्ताह में एक या दो बार यह डिस्पैंसरी प्रत्येक गांव में पहुंचेगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई गई टीमों में मैडिकल अफसर, डैंटल सर्जन, आयुर्वेदिक मैडिकल अफसर, फार्मासिस्ट, स्टॉफ नर्स, एमपीएचडब्ल्यू, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, आईएमए, नीमा, एनजीओ या अन्य संगठन के साथ-साथ पीजी स्टूडैंट्स या नर्सिंग कॉलेज आदि को भी शामिल किया जाएगा।
मोबाइल टीमें करेंगी कोविड-19 की स्क्रीनिंग
टीमों के पास समुचित मात्रा में कॉमन क्रोनिक डिजीज और रोगियों के लिए बेसिक दवाइयां होंगी। कोविड-19 की स्क्रीनिंग भी जाएगी। रोगियों की जांच का रिकॉर्ड भी रोजाना मैंनटेन कर राज्य मुख्यालय भेजा जाएगा। टीम के सदस्यों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। वहीं प्रदेश के सभी सीएमओ को संबंधित डीसी के साथ मिलकर रूट बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
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