श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। गजसिंहपुर में कृषि उपज मंडी समिति के दो कर्मचारियों को आज दोपहर उनके ही कार्यालय में एक व्यापारी से 10 हजार की रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी)ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। श्रीगंगानगर एसीबी चौकी (द्वितीय) के प्रभारी डीएसपी वेदप्रकाश लखोटिया ने बताया कि सीआई विजेंद्र सीला के नेतृत्व में की गई इस कार्यवाही में कृषि उपज मंडी समिति के वरिष्ठ सहायक संतलाल और कनिष्ठ सहायक मोहनलाल को व्यापारी चेतनप्रकाश मित्तल (26) से यह रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
गजसिंहपुर के वार्ड नंबर 2 निवासी चेतनप्रकाश मित्तल ने एक हफ्ता पहले कृष्णा ट्रेडर्स फर्म के नाम से अनाज मंडी में व्यापार करने के लिए पक्की आढत के लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। चेतनप्रकाश ने एसीबी को बताया कि वह जब तमाम दस्तावेज सहित आवेदन करने मंडी समिति कार्यालय में गया तो वरिष्ठ सहायक संतलाल ने कनिष्ठ सहायक मोहनलाल से मिलने के लिए कहा। मोहनलाल ने सारे कागजात ले लिए और 10 हजार रुपए के राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएसएस) लेने के लिए कहा। उसने पोस्ट ऑफिस में जाकर इतनी कीमत के एनएसएस भी ले लिए। विगत 1 दिसंबर को लाइसेंस लेने के लिए मंडी समिति कार्यालय में गया तो दोनों ने सरकारी फीस के अलावा अपने खर्चे पानी के लिए 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी ।डीएसपी वेदप्रकाश लखोटिया के मुताबिक व्यापारी द्वारा शिकायत किए जाने पर गोपनीय रूप से 3 दिसंबर को सत्यापन करवाया गया।
इसमें कर्मचारियों द्वारा रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो गई। आज दोपहर लगभग 11 बजे मंडी समिति कार्यालय में व्यापारी को रिश्वत के 10 हजार रुपए अदृश्य रंग लगा कर भेजा गया। इन कर्मचारियों ने जैसे ही रिश्वत के रुपए पकड़े, पहले से तैयार एसीबी की टीम ने दोनों को काबू कर लिया। रिश्वत की राशि इन से बरामद हो गई। इस कार्यवाही से मंडी समिति कार्यालय में हड़कंप मच गया।दोनों कर्मचारी गजसिंहपुर के ही निवासी बताए जा रहे हैं।
कार्यवाही में एसीबी के एएसआई हंसराज सिपाही संजीव, दिनेश, प्रदीपसिंह, भवानीसिंह और सूबेसिंह शामिल रहे। उन कर्मचारियों को कल मंगलवार को श्रीगंगानगर में एसीबी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। एसीबी द्वारा दोनों कर्मचारियों के घरों की सर्चिंग भी करवाई जा रही है।
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