बल्लभगढ़ बस स्टैंड परिसर में मिली थी 5 और 6 वर्ष की लड़कियां
फरीदाबाद (सच कहूँ न्यूज)। जिला बाल सरक्षण ईकाई के सहयोग से दो बेसहारा बच्चियों को जर्मनी माता-पिता मिल गए। इन दोनों बच्चियों को उनकी सहमति से नए माता पिता दिलवाने में कानूनी प्रक्रिया को पूरा करने में जिला बाल सरक्षण ईकाई की टीम, जिला बाल सरक्षण अधिकारी गारिमा सिंह ने अहम भूमिका निभाई। साथ ही सीडीपीओ अनिता शर्मा विशेष सहयोग मिला।
जिला बाल सरक्षण अधिकारी गारिमा सिंह ने रविवार को बताया कि गत वर्ष नवम्बर माह में बल्लभगढ़ बस स्टैंड परिसर में लगभग 5 और 6 वर्ष की दो लड़कियों को उनके माता-पिता लावारिस हालत में छोड़कर चले गए। लोगों ने इनकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस द्वारा भी इन दोनों लड़कियों के माता-पिता को ढूंढने का मीडिया तथा विभागीय कार्यवाही करके पूरा प्रयास किया गया। गारिमा सिंह ने बताया कि बाल सरक्षण ईकाई द्वारा आॅनलाइन पोर्टल पर मिरकले चैरीटेबल सोसायटी के सहयोग से दोनों बच्चियों को जर्मन माता-पिता मिले हैं। उन्होंने आगे बताया कि इस जर्मनी कप्पल के पास पहले भी दो बेटियां हैं।
जिला बाल सरक्षण ईकाई द्वारा गोद लेने की सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के उपरांत दोनों बच्चियों को जर्मन माता-पिता को सौंप दिया गया है। एडोप्शन प्रक्रिया में बाल सरक्षण ईकाई के अध्यक्ष श्रीपाल कहराना, सीडीपीओ अनिता शर्मा तथा जिला बाल सरक्षण अधिकारी गारिमा सिंह तोमर ने प्रशासनिक तौर पर सारी प्रक्रिया पूरी करवाई।
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