तीन बच्चों सहित महिला के नहर में छलांग लगाने का मामला
हनुमानगढ़, सच कहूँ न्यूज। तीन बच्चों सहित महिला के नहर में छलांग लगाने के मामले में सोमवार को एक सप्ताह बाद भी दो बच्चों का सुराग नहीं लग पाया। महिला को तो राहगीरों ने उसे समय नहर से बाहर निकाल बचा लिया था जबकि तीनों बच्चे पानी में डूब गए थे। इनमें से एक बालिका प्रियंका (13) पुत्री शगन कामड़ निवासी वार्ड नम्बर एक, ऐलनाबाद हरियाणा का शव दस जुलाई को टाउन थाना क्षेत्र के चक 14 एसएसडब्ल्यू से निकलने वाली न्यू फतेहगढ़ माइनर से बरामद हो गया था। लेकिन गायत्री (16) व राहुल (10) का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
दो-तीन दिन तक बीकानेर से आई स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) की रेस्क्यू टीम ने इंदिरा गांधी नहर को खंगाला था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। अब टिब्बी पुलिस बच्चों के परिजनों व ग्रामीणों के सहयोग से नहर किनारे पर गश्त कर बच्चों के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है। वहीं हेडों पर तैनात कर्मचारियों को भी अज्ञात शव नहर में आने पर पुलिस को सूचना देने के लिए कहा गया है। टिब्बी थाना प्रभारी नन्दराम भादू न बताया कि पुलिस अपनी तरफ से पूरे प्रयास कर रही है लेकिन अभी तक असफलता ही हाथ लगी है।
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उन्होंने संभावना जताई कि दोनों बच्चे बहकर काफी आगे निकल गए होंगे।
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इस कारण उनके बारे में सुराग नहीं लग पाया है।
गौरतलब है कि घरेलू कलह के चलते ऐलनाबाद के टिब्बी बस स्टैंड निवासी सुमन (40) पत्नी शगनलाल कामड़ अपनी पुत्री गायत्री, पिंकी व पुत्र राहुल को लेकर आठ जुलाई की शाम को टिब्बी-तलवाड़ा झील के बीच स्थित इंदिरा गांधी फीडर नहर के पुल पर पहुंची। पुल से कुछ दूरी पर सुमन ने अपनी व बच्चों की चप्पलें तथा मोबाइल फोन नहर किनारे रखकर नहर में छलांग लगा दी। इससे तीनों बच्चे डूब गए जबकि महिला के चीखने के आवाज सुनकर खेत में पानी लगा रहे एक युवक ने उसे नहर से जिंदा निकाल लिया।