जम्मू (एजेंसी)। जम्मू में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के अड्डे पर रविवार तड़के ड्रोन हमले में दो जवान घायल हो गये। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रारंभिक जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि जम्मू वायु सेना स्टेशन के उच्च सुरक्षा क्षेत्र में हुए दो विस्फोटों के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। वायु सेना ने ट्वीट कर कहा, ‘पहले विस्फोट से एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा है जबकि दूसरा विस्फोट खुले क्षेत्र में हुआ है। विस्फोट से किसी भी उपकरण को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है। प्रशासनिक एजेंसियां घटना की जांच कर रही है। घटना में वायु सेना के दो जवान डब्ल्यूओ अरविंद सिंह और एलएसी एस के सिंह को मामूली चोटें आई हैं और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है।
A team of National Investigation Agency (NIA) arrives at Air Force Station, Jammu pic.twitter.com/IGc72nTSTU
— ANI (@ANI) June 27, 2021
ऐसे में अब सवाल उठते हैं कि क्या ड्रोन का निशाना भारतीय वायुसेना के एयरक्राफ्ट थे, क्या फिर से पठानकोट अटैक दोहराने की साजिश थी? इन सभी सवालों का जवाब तलाशने में पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय एजेंसियां जुट गई हैं। आतंकी एंगल से घटना की जांच करने के लिए एएनआई की टीम भी पहुंच चुकी है। सूत्रों की मानें तो इंडियन एयरफोर्स की भी उच्चस्तरीय जांच टीम जम्मू के लिए रवाना हो चुकी है। सूत्रों ने कहा कि ड्रोन का संभावित लक्ष्य इलाके में खड़ा भारतीय वायुसेना का विमान था।
रक्षा मंत्री ने एयर मार्शल से की बात
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस विस्फोट को लेकर जम्मू में वायु सेना स्टेशन पर वाइस एयर चीफ, एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की है। एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने जम्मू पहुंच रहे हैं। एयरबेस के पास ड्रोन विस्फोट में भारतीय वायु सेना के दो कर्मियों को मामूली चोटें आईं हैं।
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