पुलिस जांच में सामने आया आरोपी बाहरी राज्य से अफीम लाकर पंजाब के विभिन्न शहरों में सप्लाई करते थे
- तीन क्विंटल सप्लाई कर चुके हैं अफीम
- आरोपियों से और भी खुलासे होने की संभावना
बठिंडा (सच कहूँ न्यूज)। जिला बठिंडा पुलिस द्वारा नशों के खिलाफ चलाए गए अभियान को उस समय बड़ी सफलता मिली जब बठिंडा सीआईए-2 स्टाफ पुलिस द्वारा कारोबार फेल होने के बाद नशा तस्करी के धंधे में शामिल दो तस्करों को रामपुरा क्षेत्र में नाकाबंदी दौरान भारी मात्रा में अफीम सहित गिरफ्तार किया गया। पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद दोनों तस्करों पर एनडीपीसी एक्ट तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई के लिए अदालत में पेश किया। इस दौरान सीआईए-2 द्वारा आरोपियों का रिमांड हासिल कर पूछताछ जारी है।
मिली जानकारी अनुसार सीआईए-2 स्टाफ के इंचार्ज तरजिंदर सिंह ने बताया कि उनको गुप्त सुचना मिली थी कि अंतरराज्य नशा तस्कर गिरोह के सदस्य बाहरी राज्य से भारी मात्रा में अफीम लाकर पंजाब के विभिन्न शहरों में ग्राहक की डिमांड पर उनके बताए स्थान पर सप्लाई करते है। उक्त तस्करों द्वारा पिछल्ले कुछ महीनों में जिला बठिंडा में भी कुछ लोगों को अफीम सप्लाई की गई, जिसके बाद उनकी तरफ से उक्त तस्करों को जिले बठिंडा की सीमा में तस्करी करते रंगे हाथ पकड़ने के लिए प्लान तैयार किया गया। सीआईए-2 स्टाफ द्वारा रामपुरा क्षेत्र में पुलिस पार्टी के साथ पुल के पास सुआ नजदीक गुरुद्वारा साहिब शिरोमणी अकाली बुड्ढा दल 96 करोड़ी रामपुरा में नाकाबंदी की हुई थी।
बठिंडा पुलिस ने हासिल की बड़ी सफलता, गिरफ्तार किए गए
आरोपियों से गहनता से की जा रही पूछताछ
इस दौरान उनकी तरफ गांव गिल कलां की तरफ सड़क पर आ रही एक कार को शक के आधार पर रोका गया। पुलिस को देखकर आरोपियों ने भागने की कोशिश की परंतु पुलिस जवानों ने मुस्तैदी से उनको काबू कर लिया। उक्त कार में दो लोग सवार थे। पुलिस द्वारा कार की अच्छे से तलाशी ली गई, जिसमें से भारी मात्रा में अफीम बरामद हुई। उक्त अफीम करीब 24 किलो पाई गई। कार सवार दोनों आरोपियों की पहचान कवलदीप उर्फ कवल पुत्र स्वरूप सिंह वासी गुवाहाटी असम मौजूदा समय 1 गली नंबर बचित्र नगर गिल रोड लुधियाना ।
उसने बताया कि वह ट्रांसपोर्ट का काम भी करता है। वहीं दूसरी आरोपी की पहचान संजीव रोशन उर्फ प्रमोद गिरी पुत्र चंदेश्वर गिरी वासी बिहार मौजूदा समय गली नंबर 1नगर गिल रोड लुधियाना आरोपी के मुताबिक वह गुवाहाटी में छावनी में ठेकेदारी करता था।
आरोपियों ने कारोबार फेल होने से अपनाया अफीम तस्करी का धंधा
शुरूआती जांच में सामने आया कि दोनों का कारोबार फेल हो गया, जिसके बाद वह अफीम तस्करी के धंधे में शामिल हो गए। वह मणीपुर से एक तस्कर से अफीम 1 लाख रूपये किलों के हिसाब से लेकर आते थे, जिसे पंजाब के विभिन्न शहरों में अन्य तस्करों के जरिए एक लाख 35 हजार के हिसाब से बेचते थे। वहीं जांच मुताबिक आरोपियों पर पहले कोई भी नशे का केस दर्ज नहीं है। आरोपियों के मुताबिक वह अब तक पिछले 5/6 महीने में तीन क्विंटल अफीम को बेच चुके है। पुलिस रिमांड दौरान आरोपियों से पता करेगी की इस धंधे उनके साथ और कितने लोग शामिल है? पुलिस को कुछ ओर बड़े खुलासे होने की संभावना है। पुलिस द्वारा गहराई से जांच जारी हैै।
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