चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। एक पुरानी कहावत है कि राजनीति में कुछ भी हो सकता है। ऐसा ही नजारा पंजाब कांग्रेस में देखने को मिल रहा है। नवजोत सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अघ्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद सियासी हलकों में हलचल मची हुई है लेकिन राजनीति पंडितों की मानें तो सिद्धू के कारण से कांग्रेस आलाकमान को सकते में डाल दिया है। अब आलाकमान के सामने कांग्रेस के बड़े नेता सोनिया गांधी के सामने अपनी नाराजगी प्रकट कर रहे हैं।
इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी में वरिष्ठ नेताओं और कांग्रेस आलाकमान के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। एक तरफ कैप्टन नाराज हो गए है दूसरी तरफ सिद्धू ने कांग्रेस पार्टी को बीच में ही छोड़कर कांग्रेस आलाकमान की चिंता बढ़ा दी है। कैप्टन की शाह से मुलाकत से गांधी परिवार को कतई पसंद नहीं आया होगा। उधर आप और अकाली दल भी कांग्रेस का ड्रामा देख रही है। वहीं सूत्रों के अनुसार कैप्टन भाजपा का दामन भी थाम सकते हैं।
पंजाब कांग्रेस में अराजकता से समूची जनता परेशान: शर्मा
पंजाब प्रदेश भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) अध्यक्ष डॉ. सुभाष शर्मा ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस में अराजकता से राज्य की समूची जनता परेशान है। डॉ. शर्मा ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के कुछ नियुक्तियों को कारण बताया है। अगर सिद्धू वास्तव में अपनी नैतिकता से समझौता नहीं करना चाहते तो उन्हे उन्हें सभी दागी मंत्रियों और नौकरशाहों के नाम सार्वजनिक करने चाहिए। लोकतंत्र में जनता को यह जानने का अधिकार है कि ये लोग कौन हैं और उन्हें क्यों नियुक्त किया गया है?
कैप्टन की शाह से मुलाकात से कांग्रेस में चिंता
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात कर कांग्रेस को चिंता में डाल दिया है। कैप्टन सिंह ने शाह के साथ मुलाकात के बाद ट्वीट कर कहा,‘ शाह से मुलाकात की। उनके साथ कृषि कानूनों के खिलाफ लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन पर चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘मैंने शाह से फसल विविधीकरण में पंजाब का समर्थन करने के अलावा, कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य( एमएसपी ) की गारंटी के साथ संकट को तत्काल हल करने का आग्रह किया किया है।
कांग्रेस में मचे घमासान के बीच केरल में व्यस्त हैं राहुल गांधी
कांग्रेस में घमासान मचा है और पार्टी के वरिष्ठ नेता नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं लेकिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन सब राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच केरल में विभिन्न कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। गांधी जब दिल्ली से बाहर हैं तो पार्टी के वरिष्ठ नेता कांग्रेस नेतृत्व की बागडोर चुने हुए मजबूत नेता के हाथों में देने की मांग कर रहे है। पार्टी के 23 असंतुष्ट नेताओं के प्रमुख माने जा रहे हो वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को बुधवार को पत्र लिखकर पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए तत्काल पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाने की मांग की है।
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