देश भर के टीटीई के मोबाइल में इस ऐप की अनिवार्यता के निर्देश
जोधपुर ()। रेलवे ने ट्रेनों में फर्जी टिकट पर यात्रा करने वाले चालाक यात्रियों को सबक सिखाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक अत्याधुनिक ऐप लॉन्च किया है। जिसे टिकट चेकिंग में कार्यरत कर्मचारियों के मोबाइल में डाउनलोड करने के आदेश जारी किए गए हैं। Rajasthan News
उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा ने बताया कि पिछले कुछ समय से ट्रेनों में फर्जी और कंप्यूटर से एडिट किए गए टिकटों पर यात्रा करने के मामले सामने आ रहे थे जिसे भारतीय रेलवे ने गंभीरता से लिया है और ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम(क्रिस) ने अत्याधुनिक टीटीई ऐप विकसित कर इसका लिंक देश भर के टिकट चेकिंग स्टाफ को उचित माध्यम से जारी किया है।
सेकंडों में पकड़े जाएंगे फर्जी और छेड़छाड़ वाले जनरल टिकट
उन्होंने बताया कि अनारक्षित टिकट की वैधता जांचने के लिए विकसित टीटीई ऐप में रीड मोबाइल टिकट, क्यूआर कोड, यूटीएस नंबर रीड पेपर टिकट रीड क्यूआर कोड व चेक कलर के चार ऑप्शन रहेंगे जिससे टिकट अगर अनियमित होता है अथवा उसमें छेड़छाड़ की गई है तो एकदम से पकड़ में आ जाएगी।
रेलवे बोर्ड ने सभी जोन के टिकट चेकिंग स्टाफ को इस ऐप को डाउनलोड करने और इसका प्रयुक्त तत्काल प्रभाव से प्रारंभ करने की मंजूरी दी है। क्रिस की क्षेत्रीय टीमों ने यूटीएस टिकटों के ऑनलाइन सत्यापन के लिए इसी वर्ष फरवरी- 2024 में टीटीई ऐप का नया संस्करण टिकट चेकिंग स्टाफ के साथ साझा किया था। जोधपुर मंडल में करीब 300 टीटीई के मोबाइल में इस ऐप को तुरंत डाउनलोड कर कार्य प्रणाली में प्रयोग में लाने के निर्देश दिए गए हैं।
ऐप से ऐसे होता है टिकट का सत्यापन | Rajasthan News
टीटीई ऐप में अनारक्षित टिकट (यूटीएस) का नंबर फीड करने और सर्वर से विवरण सत्यापित करने का विकल्प उपलब्ध है। इसके अलावा ऐप में पेपर टिकट पर मुद्रित इंक्रिप्टेड क्यूआर कोड से स्कैन करके भी टिकट की वैधता जांचने का विकल्प है।
मोबाइल यूटीएस का सत्यापन कलर से भी हुआ संभव | Rajasthan News
टीटीई ऐप से यात्री द्वारा मोबाइल में से जनरेट किया गया अनारक्षित टिकट वैद्यता जांचने की सुविधा भी उपलब्ध है। इसके तहत कलर चेक मीनू के विकल्प से टिकट की वैद्यता जांची जा सकेगी। मोबाइल स्क्रीन पर दिखाए जाने वाली यूटीएस टिकट का कलर रेलवे द्वारा उस दिन के मोबाइल यूटीएस टिकटों के लिए निर्धारित कलर से भिन्न दिखाई देने पर टिकट पर किया गया फ्रॉड तुरंत पकड़ में आ जाएगा और यात्री को जुर्माना भरना पड़ेगा।