Har Ghar Tiranga Campaign: आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में हरियाणा में 13 से 15 अगस्त (77th Independence Day) तक ह्यहर घर तिरंगाह्य अभियान के तहत पांच लाख राष्ट्रीय ध्वज वितरित किये जाएंगे। आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि यह अभियान हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग चलाएगा। इस अभियान का उद्देश्य लोगों में देशभक्ति की भावना के साथ उन लोगों को याद करना है जिन्होंने इस राष्ट्र के निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। अभियान के तहत प्रदेश के गांव और शहर के हर राशन डिपो पर तिरंगा उपलब्ध होगा और कोई भी व्यक्ति इसे ले सकता है। ऐसे में राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के नियम जानने भी जरूरी हैं।
तिरंगा फहराने से पहले ये बातें का रखें ध्यान | Tricolour Hoisting Rules
नये नियम में कहा गया है कि तिरंगा दिन-रात फहराया जा सकता है। हालांकि, राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले व्यक्ति के लिए ये सुनिश्चित करना आवश्यक है कि झंडा उल्टा नहीं फहराया जाए यानि ध्वज का केसरिया भाग ऊपर रहना चाहिए। साथ ही आप जो झंडा फहरा रहे हैं वह क्षतिग्रस्त तिरंगे को प्रदर्शित नहीं करना चाहिए और न ही यह जमीन या पानी को छूना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज को किसी भी तरह से क्षतिग्रस्त नहीं किया जाना चाहिए।
तिरंगे को लेकर कड़े कानूनी प्रावधान हैं | Tiranga Hoisting
तिरंगे को लेकर कड़े कानूनी प्रावधान हैं। राष्ट्रगान और राष्ट्रीय ध्वज का यदि सम्मान नहीं किया जाता है तो यह दंडनीय अपराध है। भारतीय कानून में ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। इसलिए हम सभी का कर्तव्य है कि राष्ट्र ध्वज का पूरा सम्मान करें।
यदि तिरंगा फट जाता है तो क्या करें | Tiranga Hoisting
यदि तिरंगा फट जाता है तो उसका निस्तारण करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। तिरंगा फट जाता है तो उसको एक लकड़ी के बॉक्स में पैक किया जाता है। इसके बाद तिरंगे को दफनाया जा सकता है या फिर अग्नि के हवाले किया जाता है। दोनों ही स्थिति बिल्कुल शांत जगह पर करनी चाहिए। साथ ही दफनाने या अग्नि क्रिया करने के बाद मौन रखा जाना अति आवश्यक होता है। इसे कचरादान या फिर अन्य जगहों पर ना फेकें। अगर आपको लगता है कि आपका झंडा सही है और इसे दोबारा फहराया जा सकता है तो इसे अपने पास समेट कर रख लें।
तिरंगा फहराने के साथ झंडा उतारने, रखने के भी हैं नियम
जिस जोश और सम्मान के साथ हम सबने अपना राष्ट्रीय ध्वज हर घर तिरंगा अभियान के तहत फहराते हैं, उसके बाद उसे उतारने और सुरक्षित रखने की भी हमारी जिम्मेदारी है। फहराने की तरह उसे उतारने के लिए भी नियम हैं, जिनको मानना हमारा कर्तव्य है। आजादी के जश्न के बाद अब जिम्मेदारी है कि लोग राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करें और तिरंगे को फिर से ससम्मान रखा जाए।
आजादी के जश्न के बाद अब जिम्मेदारी है | Tiranga Hoisting
- तिरंगे को समेटने के दौरान सबसे पहले तिरंगे को दो व्यक्ति पकड़ेंगे।
- उसके बाद सबसे पहले हरे रंग वाली पट्टी को मोड़ा जाएगा।
- पट्टी पर समेटने के बाद दोनों व्यक्ति अपनी-अपनी ओर तिरंगे को फोल्ड करेंगे।
- ऐसा करने पर अशोक चक्र ऊपर की ओर आ जाता है। इस तरह से तिरंगे को समेटना चाहिए।
- तो अगर आप ऐसा करना चाहें तो उन्हें भी दे सकते हैं।
Healthy Tips: खाना खाने से पहले और बाद में कब पीना चाहिए पानी, जानिये …