नम आंखों से मनोहर लाल इन्सां को श्रद्धांजलि भेंट

Tribute to Manohar Lal Insan with moist eyes - Sach Kahoon news

सच के रास्ते पर चलते हुए अत्याचार के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का दिया संदेश

  • पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों के 45 मैंबरों ने की नामचर्चा में शिरकत

सच कहूँ/सुरेन्द्रपाल सलाबतपुरा। इंसानियत की राह पर चलते हुए दहशतगर्दों के हमले में शहीद हुए डेरा सच्चा सौदा  श्रद्धालु मनोहर लाल इन्सां के नमित्त नामचर्चा शुक्रवार को शाह सतनाम जी रूहानी धाम डेरा राजगढ़ (सलाबतपुरा) में सम्पन्न हुई। नामचर्चा में ब्लॉक सलाबतपुरा व आसपास के ब्लॉकों की साध-संगत के अलावा जिम्मेवारों, पारिवारिक सदस्यों व रिश्तेदारों ने बिछुड़ी रूह को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

इस मौके श्रद्धांजलि भेंट करते हुए पंजाब की 45 मैंबर बहन गुरचरण कौर इन्सां ने कहा कि मनोहर लाल इन्सां के स्वभाव की समूह क्षेत्रवासी प्रशंसा करते नहीं थकते, वे सदैव जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहते थे। उन्होंने मनोहर लाल इन्सां को एक बहादुर श्रद्धालु बताते हुए कहा कि अनेक मुसीबतों से जूझने के बावजूद भी वे सच के मार्ग पर अडौल होकर चलते रहे। उन्होंने कहा कि सच परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं हो सकता। सच को यदि शहीद कर दिया जाए तो भी वे मरता नहीं। उन्होंने श्रद्धांजलि दौरान सच के रास्ते पर चलने वाले शूरवीर योद्धों से सबंधित नारों ‘असीं कत्ल होके भी सरफराज (सम्मानित) रहांगे, झूठ जित्तके भी शर्मसार रहेगा, का भी उल्लेख किया।

जिम्मेवारों ने मानवता भलाई के कार्यों में मनोहर लाल इन्सां के योगदार का किया जिक्र

हरियाणा के 45 मैंबर अमरजीत इन्सां व राजस्थान के 45 मैंबर संपूर्ण इन्सां ने भी मानवता भलाई के कार्यों में मनोहर लाल इन्सां के योगदार का जिक्र किया। जिम्मेवार सेवादारों ने कहा कि भलाई कार्य करने वालों पर इतने अत्याचार किए जाते हैं लेकिन सच के रास्ते पर चलने वाले कभी परवाह नहीं करते। उन्होंने कहा कि सच के रास्ते पर चलते हुए शहीदी प्राप्त करने वालों का नाम इतिहास में दर्ज हो जाता है जबकि अत्याचार करने वालों का नामो-निशान मिट जाता है। उन्होंने मांग की कि साध-संगत के साथ न्याय होना चाहिए, क्योंकि डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु पावन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी करना तो दूर ऐसा सोच भी नहीं सकते।

देश विदेश की साध-संगत ने भेजे शोक संदेश

शिव सेना हिंदुस्तान के नेता चन्द्रकांत चड्ढा ने अपने संबोधन में कहा कि मनोहर लाल इन्सां इस बात का प्रमाण हैं कि धर्म के रास्ते पर चलने वाले मुसीबतों की परवाह नहीं करते। उन्होंने शिवसेना हिंदुस्तान की तरफ से पूरे परिवार के साथ दुख सांझा करते हुए कहा कि आज मनोहर लाल इन्सां को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि जिस प्रकार डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत भलाई कार्यों के लिए जानी जाती है उसी रास्ते पर निरंतर चलते रहेंगे। इस मौके कनाडा, अमेरिका के अलावा भारत के हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट, दिल्ली व यूपी, सच कहूँ मुख्य कार्यालय द्वारा व अन्य कई राज्यों से साध-संगत ने शोक संदेश भी भेजे। इससे पहले नामचर्चा में कविराजों ने शब्द बोले और पवित्र ग्रंथ से संत-महात्माओं के अनमोल वचन पढ़कर सुनाए।

नामचर्चा के दौरान डेरा सच्चा सौदा के सीनियर वाइस चेयरमैन जगजीत सिंह इन्सां, प्रशासनिक समिति के मैंबर मोहन लाल इन्सां, सुखदेव दीवाना इन्सां, 45 मैंबर पंजाब जसवीर इन्सां, जतिन्द्र महाशा, गुरसेवक इन्सां गोनियाना, गुरदेव सिंह इन्सां बठिंडा, बलदेव कृष्ण, हरिन्द्र सिंह इन्सां व रामपाल इन्सां के अलावा अन्य जिम्मेवार सेवादार भाई/बहन उपस्थित थे। नामचर्चा में भंगीदास की सेवा साध-संगत राजनीतिक विंग के मैंबर शिन्द्रपाल इन्सां ने निभाई। गौरतलब है कि गत दिवस भगता भाईका में डेरा श्रद्धालु मनोहर लाल इन्सां का दो अज्ञात लोगों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी।

अत्याचार के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा: हरचरन इन्सां

45 मैंबर पंजाब हरचरन सिंह इन्सां ने कहा कि पुलिस प्रशासन के आश्वासन पर अंतिम संस्कार करने के बाद साध -संगत ने यही सवाल किए कि इससे पहले भी कई बार प्रशासन अपने वायदे से मुक्करा है। उन्होंने साध संगत को कहा कि यह संघर्ष खत्म नहीं हुआ केवल विराम दिया गया है क्योंकि यदि साध-संगत के साथ धक्केशाही होगी और इंसाफ नहीं मिलेगा तो वे दोबारा संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि जब तक धक्केशाही व अत्याचार बंद नहीं होंगे और इंसाफ नहीं दिया गया तो हम कानून के दायरे में रहकर अंतिम सांसों तक संघर्ष करते रहेंगे, यही मनोहर लाल इन्सां को सच्ची श्रद्धांजलि है। नामचर्चा में साध-संगत ने दोनों हाथ खड़े कर मनोहर लाल इन्सां अमर रहे के नारों के साथ इस बात पर सहमति दी।

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