मेरठ (रकम सिंह)। गांव बावली जिला मेरठ (उत्तर प्रदेश) निवासी सचखंडवासी जगमाल इन्सां के नमित नामचर्चा आयोजित कर श्रद्धांजलि दी गई। नामचर्चा की शुरूआत भंगीदास ने बेनती भजन के साथ करवाई। तदुपरांत कविराजों ने नाम व चेतावनी प्रथाए भजनों द्वारा ये बताया कि मनुष्य जन्म सर्वश्रेष्ठ जन्म है, जिसमें इंसान पूर्ण गुरु की सोहबत कर भक्ति इबादत के जरिए स्वयं का उद्धार कर सकता है। सचखंडवासी को श्रद्धांजलि देते हुए ब्लॉक के ब्लॉक भंगीदास ने कहा कि जगमाल इन्सां ने जीते-जी तो मानवता भलाई कार्य किए ही अपितु मरणोपरांत भी शरीरदान जैसा महान कार्य कर गए जिसके लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंंने कहा कि जगमाल इन्सां सेवा कार्यां में हमेशा अग्रणी रहते थे। उन्होंने बरनावा आश्रम पर काफी समय तक सेवा की।
नामचर्चा के समापन अवसर पर पवित्र ग्रंथ से अनमोल वचन पढ़कर सुनाए तो वहीं समस्त साध-संगत ने नाम-सुमिरन कर सचखंडवासी को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर आश्रम के जिम्मेदारों 45 मेंबर रिंकू, सतीश पठान पुरिया, गुरु ब्रह्मचारी आश्रम के प्रबंधक परवीन इन्सां, आश्रम के सत ब्रहमचारी पवन खान जी एवं सेवादार भाई राजेंद्र, डाक्टर तेजपाल पवांर, राजू, राजपाल, आदि ने भाग लिया। आपको बता दें कि जगमाल इन्सां 18 अगस्त को सचखंड जा विराजे थे, उनके नमित गांव बावली में नामचर्चा हुई जिससे भारी तादाद में साध-संगत पहुंची।
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