हरकत में आया प्रशासन, गांवों को किया सील
अबोहर (सचकहूँ-सुधीर अरोड़ा)। लॉकडाउन के 32 दिन अच्छे से गुजरने के बाद बुधवार की सुबह जिला फाजिल्का के सेहतकर्मी ओर पुलिसकर्मी व प्रशासन उस समय हरकत में आ गया। जब शेरगढ़ के सब सेंटर के एमपीएचडब्ल्यू राजेश कुमार व एएनएम मिन्नु रानी को सूचना प्राप्त हुई कि 5 अज्ञात व्यक्ति शेरगढ़ के एक घर मे ठहरे हुए थे। जिनमें से एक औरत भी शामिल थी। जांच करने पर मालूम हुआ कि उन पांचों में से एक युवक व एक युवती हुनमानगढ़ में पाए गए 2 कोविड-19 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। तुरंत ही यह सूचना सब सेंटर शेरगढ़ व सीएचसी सेंटर सीतो गुन्नौ रवि बांसल द्वारा पुलिस प्रसाशन के उच्चाधिकारियों को दी गई जिसपर सेहत विभाग और पुलिस प्रसाशन हरकत में आ गया।
जानकारी में पता चला कि गत दिवस पंजाब में कर्फ्यू लगा होने के बावजूद राजस्थान के गांव किकरांवाली निवासी एक युवक यूपी के एक गांव की युवती को अवैध रूप से एक क्रूजर गाडी के माध्यम से लाया और अबोहर के उपमंडलीय गांव शेरगढ़ (अबोहर) से होते हुए हनुमानगढ़ पहुंचा जहां इन युवक-युवती के कोविड-19 कोरोना पॉजीटिव होने से अबोहर का प्रशासन भी हरकत में आ गया है।थाना प्रभारी एसएचओ सुनील कुमार ने बताया कि कोरोना पॉजीटिव मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री में अबोहर के विभिन्न गांवों का नाम आने के साथ ही शेरगढ़ व अन्य सबंधित गांवों को सील करके यहां के लोगों के स्वास्थ्य की जांच आरम्भ कर दी गई है।
राजस्थान पहुंचे युवक-युवती हनुमानगढ़ में हैं आईसोलेट
राजस्थान में मिले कोरोना पॉजिटिव मूल रूप से गांव किकरांवाली (श्रीगंगानगर) निवासी 24 वर्षीय कांसीराम वर्मा पुत्र हंसराज वर्मा लगभग एक सप्ताह पहले यूपी निवासी 22 वर्षीय काजल को अपने साथ अवैध रूप से यहां ले आया था। युवक-युवती के अवैध रूप से गांव किकरांवाली (श्रीगंगानगर) पहुंचने की सूचना मिलते ही वहां के स्वास्थ्यकर्मियों ने दोनों युवक-युवती को क्वारंटाईन करके उनके सैम्पल जांच के लिए भेजे थे। कांसीराम व काजल के नमूने कोरोना पॉजीटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन दोनों को आईसोलेट करके उनकी ट्रैवल हिस्ट्री की जांच की तो पता चला कि कांसीराम व काजल को लेकर एक क्रूजर गाडी का चालक अवैध रूप से सबसे पहले गांव बहावलवासी में पहुंचा।
यहां से कांसीराम व काजल गांव धरांगवाला में पहुंचे, जहां से उन दोनों ने गांव शेरगढ़ में पहुंचकर अपने किसी रिश्तेदार के घर एक रात भी बिताई।ओर फिर जब वह दोनों 20 अप्रैल को गांव अमरसिंहवाला (पीलीबंगा) में पहुंचे, तो वहां के स्वास्थ्यकर्मियों ने इन दोनों को क्वारंटाईन करके इनके नमूने जांच के लिए भेज दिए, जो पॉजीटिव आने के बाद अबोहर के प्रशासन ने कांसीराम व काजल की ट्रैवल हिस्ट्री में शामिल गांवों को सील कर उनके जुडे लोगों की जांच करवाने का काम शुरू कर दिया। कोरोना पॉजीटिव मरीज कांसीराम व काजल को गांव खोथांवाली (हनुमानगढ़) में स्थित प्राईमरी हैल्थ सैन्टर में क्वांरटाईन करने के बाद वहीं आईसोलेट भी किया गया है।
जिला फाजिल्का व अबोहर क्षेत्र ग्रीन जोन में होने कारण पूरी तरह से सुरक्षित
उल्लेखनीय है कि कोरोना पॉजीटिव मरीज कांसीराम व काजल की ट्रैवल हिस्ट्री के दौरान उनके सम्पर्क में आने वाले अबोहर के कुछ गांवों के लोगों की पहचान करके सभी को क्वांरटाईन करते हुए उनमें से कुछ के नमूने जांच के लिए भेजने की कार्यवाही की जा रही है। सौभाग्वश शुरूआती दौर से ही जिला फाजिल्का व अबोहर क्षेत्र ग्रीन जोन में होने कारण पूरी तरह से सुरक्षित है। भविष्य में भी आशा की जा रही है कि प्रशासनिक अधिकारियों की सतर्कता एवं क्षेत्रवासियों के सहयोग के चलते अबोहर क्षेत्र के सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित ही रहेंगे।
क्या कहा सिविल सर्जन ने
सिविल सर्जन सुरेंद्र कुमार ने कहा कि कोविड-19 कोरोना वायरस दुनियाभर में फैला हुआ है। सौभाग्य की बात है कि अभी तक हमारा जिला फाजिल्का बचाव में है।हमारी भरपूर कोशिश है कि यह बचा ही रहे। हनुमानगढ़ में जो हाल ही में पॉजिटिव मिले 2 व्यक्तियों की ट्रैवल हिस्ट्री गाँव शेरगढ़ से निकलने पर यहां जो उनके मेल-मिलाप में आये उन्हें एकांतवास में किया गया। बाकी प्रतिदिन जो हमारी टीम इनकी जाँच करेगी।अभी तक इनमें कोई लक्षण नही पाए गए।लोगो की अपील है अपने घरों में रहे।सोशल डिस्टेंस बना कर रखें।
कोरोना वायरस की महामारी के चलते पैदा हुए आपात हालातों से निपटने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है, जिसके तहत आज एसडीएम कम तहसीलदार जसपाल सिंह बराड ने गांव रामसरा के असपताल में डाक्टरों संग बैठक की। इस बैठक में पूर्व डिप्टी डायरेक्टर डा. अरोडा, आईएमए प्रधान डा. युधिष्टर चौधरी, नायब तहसीलदार बलजिंदर सिंह सिधू, शाम लाल व डा. रंजना आदि मौजूद थे। एसडीएम ने बताया कि शेरगढ से हनुमानगढ के युवक युवती की ट्रैवल हिस्ट्री जुडी होने के कारण मामले की गंभीरता को देखते हुए रामसरा अस्पताल को चालू कर दिया गया है और पूरा स्टाफ यहां पर अपनी सेवाएं दे रहा है। एसडीएम ने आज सभी डाक्टरों संग बैठक कर उन्हें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए।
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