नहीं बची पांव रखने तक की जगह, लगा लंबा जाम
सच कहूँ/देवीलाल बारना
कुरुक्षेत्र। पिछले दिनों कई दिनों तक चली बरसात के बाद किसानों के चेहरों पर मौसम खराब होने की आहट के बाद फिर से सलवटें पड़ने लगी हैं। ऐसे में किसान अपनी धान की फसल को समेटने में जुट गया है। एक तरफ जहां धान कटाई के लिए कंबाईनों की कमी नजर आ रही है, वहीं अनाज मंडियों में इतना धान एक दम से आ चुका है कि जाम की स्थिति बन गई है। बुधवार को अल सुबह से ही जाम की स्थिति दिखाई दी। थानेसर अनाज मंड़ी में इतना लंबा जाम लग गया कि ट्रैक्टर-ट्रालियों व ट्रकों की लंबी कतारें लग गई। घंटों तक जाम में फंसे रहने के बाद ही किसान अपनी फसल को फड़ तक ले जा पाए। किसानों ने सरकार से मांग भी की कि अनाज मंडी में जाम से निजात के लिए व्यवस्था बनाई जाए ताकि किसानों को अपनी फसल मंडी में ले जाने के लिए दिक्कतों का सामना न करना पड़े। मंडी प्रशासन के अनुसार थानेसर अनाज मंडी में अब तक 8 लाख 67 हजार क्विंटल धान पहुंच चुका है। अबकि बार धान की आवक एक दम से शुरू हो गई है जिस कारण अनाज मंडी में पांव रखने तक की जगह नही बची है। वहीं आगामी दिनों में मौसम विभाग द्वारा बरसात का अंदेशा जताए जाने के कारण किसान अपनी धान की फसल को समेट कर अनाज मंडी में पहुंचाना चाह रहे हैं।
रावण हुआ ‘हमलावर’, दहन के बाद पुतले से निकलने लगे ‘अग्निबाण’, लोगों के साथ-साथ पुलिस वाले भी भागे
व्यवस्था की गई है, जल्द होगा पूरा उठान: सचिव
मार्किट कमेटी सचिव हरजीत सिंह ने कहा कि मंडी में एक दम से धान की आवक हो गई है, जिस कारण अनाज मंडी धान की भर गई है। किसानों के लिए पूरी व्यवस्था बनाई गई है। जल्द ही एसोसिएशन से बात करके एक दिन खरीद करने की बजाए उठान का कार्य किया जाएगा। ताकि मंडी खाली हो सके व उठान पहले हो सके ताकि धान गिराने की जगह भी बच सके।
ब्रह्मसरोवर तट पर भी पहुंचा धान
25 अक्तूबर को ब्रह्मसरोवर के तट पर सूर्य ग्रहण मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में देश भर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में अबकि बार ब्रह्मसरोवर के नजदीक इस बार धान रखने पर मनाही की गई थी लेकिन थानेसर अनाज मंडी में स्थान पर होने के कारण ब्रह्मसरोवर के तट पर भी धान रखी गई है ताकि किसानों के धान की तुलवाई जल्द हो सके।
किसान बोले, जल्द हो उठान किसान संत राम व गुलजार सिंह ने कहा कि किसान मंडी में धान लंकर पहुंच रहे हैं लेकिन धान रखने की जगह न होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए मंडी प्रशासन को चाहिए कि धान के उठान की जल्द व्यवस्था करे।
मौसम खराब होने के डर से पहले कर रहे कटाई: जसविंद्र
थानेसर अनाज मंडी में धान लेकर पहुंचे जसविंद्र सिंह ने कहा कि मौसम विभाग द्वारा मौसम खराब होने का अंदेशा जताया गया है इसलिए किसानों द्वारा अपनी धान की फसल को समेटा जा रहा है। पिछले दिनों हुई बरसात के कारण धान में बहुत ज्यादा नुक्सान हो गया था। इस बार बरसात से धान का नुक्सान न हो इसलिए किसानों द्वारा धान कटाई जल्दबाजी में की जा रही है।
जिला भर में 2.68 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद
अब जक खरीद एजेंसियों ने 2 लाख 68 हजार 211 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। इसमें से फूड एंड सप्लाई ने 1 लाख 98 हजार 104 एमटी और हैफेड ने 70 हजार 107 मीट्रिक टन धान की खरीद की है। अब तक 36305 किसानों की धान की फसल की खरीद की जा चुकी है, जिसमें से फूड एंड सप्लाई विभाग द्वारा 27299 किसानों और हैफेड द्वारा 9006 किसानों की धान की फसल खरीदी गई है। जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक की रिपोर्ट के आधार पर जिला कुरुक्षेत्र की अमीन मंडी में 561 एमटी, अजराना कलां मंडी में 1287 एमटी, बाबैन मंडी में 15785 एमटी, भौर सैयदा मंडी में 292 एमटी, चढूनी जाटान में 1629 एमटी, गुमथला गढू में 6781 एमटी, इस्माईलाबाद में 26576 एमटी, झांसा में 8072 एमटी, कुरुक्षेत्र मंडी में 51177 एमटी, लाडवा मंडी में 46214 एमटी, लुखी मंडी में 62 एमटी, मलिकपुर मंडी में 739 एमटी, नलवी मंडी में 1486 एमटी, पिपली मंडी में 19495 एमटी, पिहोवा मंडी में 37972 एमटी, शाहबाद मंडी में 39943 एमटी, ठोल मंडी में 8126 एमटी, थाना मंडी में 798 एमटी धान की फसल खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदा गया है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।