लश्कर का शीर्ष आतंकी अबु दुजाना ढेर

कामयाबी: पुलवामा में चली मुठभेड़, सेना की बड़ी कामयाबी

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श्रीनगर। श्रीनगर। कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चल रहे आॅपरेशन आॅलआउट में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। घाटी में आतंक के पर्याय बन गए लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर एवं पाकिस्तानी नागरिक अबु दुजाना को पुलवामा के हाकरीपोरा गांव में मार गिराया गया। अबु दुजाना के साथ ही उसका एक साथी आतंकी आरिफ ललहारी भी मारा गया है। अबु दुजाना सुरक्षा बलों पर कई हमलों के मामलों में वांछित था।

पिछले दो साल से भारतीय सेना कश्मीर घाटी से आतंकियों का सफाया करने के लिए ‘आॅपरेशन आॅलआउट’ अभियान चला रही है, जिसमें आतंकियों की एक लिस्ट तैयार की गई है। इस आॅपरेशन के तहत अब तक करीब 106 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया है।

सेना पर प्रदर्शनकारियों ने बरसाए पत्थर, दो घायल

सेना अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल आतंकवाद निरोधी अभियान में लगे हुए थे। तभी से प्रदर्शनकारियों ने उन पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। सुरक्षाबलों को सोमवार रात अबु दुजाना और उसके स्थानीय सहयोगी आरिफ लिलहारी के पुलवामा स्थित हकरीपुरा इलाके में छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद उन्होंने इलाके को घेर लिया और इलाके की तलाशी लेनी शुरू कर दी।

अधिकारी ने कहा कि आतंकवाद रोधी अभियान के जारी होने के दौरान 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पत्थर बरसाए। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े, पैलेट दागे और कई राउंड गोलियां चलार्इं, जिसमें दो लोग घायल हो गए। अधिकारी ने कहा कि जहांगीर अहमद डार की पीठ में पैलेट लगी, जबकि मुदासिर अहमद की छाती में पैलेट लगीं।

 अबु पर था 10 लाख का ईनाम

अबु दजाना दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा बलों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर किए जा चुके कई आतंकी हमलों के मामलों में वांछित था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह ‘ए’ श्रेणी का आतंकी था और उस पर दस लाख रूपए का ईनाम था।

अय्याशी के लिए बदनाम था आतंकी अबु दुजाना

सुरक्षा बलों की माने तो दुजाना कश्मीर में घाटी में आतंकी वारदात के साथ ही वहां जमकर अय्याशी करता था। किसी भी कश्मीरी के घर में घुस जाता। उसकी मौत से घाटी में सुकून की लहर दौड़ गई है।

मोबाइल ने दिया सुराग

दुजाना का एक मोबाइल फोन सुरक्षा बलों के हाथ लगा, जो उसके ठिकानों और साथियों का सुराग दे रहा था। फोन से दुजाना के मुवमेंट को ट्रेस करने में उन्हें मदद मिली। उसको घेरकर उसके घर में आग लगा दी गई। 2010 में लश्कर में शामिल दुजाना ने पीओके के कैंपों में आतंकवाद की ट्रेनिंग ली थी। 2015 में लश्कर का कमांडर बना था।

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