प्रैस कान्फ्रैंस में विधान सभा चुनावों की तरह बादल परिवार को नहीं लगाए रगड़े
भटिंडा (अशोक गर्ग)। पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल का बादल परिवार खिलाफ जांच के मामले में रूख नर्म हुआ प्रतीत होता है। आज उन्होंने विधान सभा चुनावों की तरह बादल परिवार को रगड़े नहीं लगाए। इस मुद्दे पर उनका सुर पूरी तरह शांत दिखा। वित्त मंत्री ने आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की तरह बादलों के खिलाफ अपने व्यवहार में नर्मी दिखाई।
भटिंडा से युवा कांग्रेसी नेता पवन मानी की रिहायश पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि शरीके की तर्ज पर लड़ाई नहीं लड़ी जाएगी और ना ही किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ किसी किस्म की जांच करवाने पर जोर देंगे।
उल्लेख्नीय है कि पंजाब में विधान सभा चुनाव के समय मनप्रीत बादल अपने ताया पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के परिवार की कुछ वर्षों में बढ़ी संपत्ति की हर स्टेज से बात करते थे और उनके ट्रांसपोर्ट कारोबार को काफी उछाला था।
जबकि अब वित्तमंत्री ने कहा कि वह कानून अनुसार चलेंगे और किसी के साथ रियायत व न ही बदलाखोरी की राजनीति करेंगे। आज जब पत्रकारों ने बादल परिवार की जांच संबंधी सवाल किए तो वित्त मंत्री ने इतना ही कहा कि किसी व्यक्ति विशेष खिलाफ जांच नहीं होगी। उन्होंने आरोप लगाए कि एक हजार करोड़ की सरकारी जायदाद बेचकर सारा पैसा लंबी व जलालाबाद में खर्च कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री पंजाब को विकास की पटरी पर लाने में व्यस्त
सरकार ने 428 वायदों में से 240 पूरे कर दिए हैं, जबकि पांच वर्ष का समय अभी शेष है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा लोगों में सक्रिय न रहने संबंधी सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब को विकास की पटरी पर लाने में व्यस्त हैं। कर्ज माफी संबंधी केन्द्र के रवैये को वित्तमंत्री ने पूरी तरह गैर जिम्मेदाराना करार दिया।
उन्होंने बताया कि तेल कीमतों में आई गिरावट के कारण 5-6 लाख करोड़ के फंड केन्द्र के पास पड़े हैं, जिनसे देश के किसानों को निहाल किया जा सकता है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार कर्ज माफी के लिए रोड मैप तैयार कर रही है और जल्दी ही स्टेट स्तरीय बैंकर्स कमेटी से बैठक की जाएगी।
सरकार बड़े स्तर पर प्रयास करके आर्थिक स्थिति में सुधार लाई है: मनप्रीत बादल
सरकार पांच एकड़ तक के किसानों का दो लाख रुपये का कर्ज माफ कर चुकी है और अब बैंकों व सरकार के बीच मामला रह गया है। राज्य की वित्तीय हालत कमजोर होने की बात प्रवान करते हुए मनप्रीत बादल ने कहा कि सरकार बड़े स्तर पर प्रयास करके आर्थिक स्थिति में सुधार लाई है, जिस कारण गत 4 माह दौरान सिर्फ दो-तीन बार ही ओवरड्राफ्ट हुआ है, जबकि अकाली-भाजपा सरकार दौरान एक साल में 300 दिन तक ओवरड्राफ्ट होता था।
उन्होंने बताया कि पूर्व सरकार 13 हजार करोड़ रुपये की देनदारिया छोड़ गई है। फिर भी बजट में उद्योग व कृषि सेक्टर को बचाने के अतिरिक्त रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए पहले से अधिक फंड रखे गए हैं। लाईनोपार व पुराने शहर में जालंधर के बरलटन पार्क की तर्ज पर दो पार्क बनाए जाएंगे और किले का नवीनीकरण भी किया जा रहा है।
नाराजगी की चर्चा, वित्त मंत्री ने कांग्रेसी नेताओं के घरों में लगाया चक्कर
वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने हल्के की कमान आज अपने हाथ में ले ली है। वित्त मंत्री के रिश्तेदार जयजीत सिंह जौहल द्वारा क्षेत्र में सक्रिय होने के कारण भटिंडा के कांग्रेसियों में नाराजगी की चर्चा चल रही थी।
मनप्रीत बादल ने कांग्रेसी नेताओं को शांत करने के लिए उनके घरों में चक्कर लगाया। आज मनप्रीत बादल ने पूर्व चेयरमैन जगरूप गिल, पूर्व शहरी अध्यक्ष अशोक कुमार, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन माणी, यूथ नेता बलराज सिंह पक्का, बलजिन्द्र सिंह ठेकेदार, संजय बिशवाल पार्षद, राजू भट्ठे वाला आदि के घर गए। वित्त मंत्री ने पत्रकारों के सवालों के जवाब भी बड़े ही शांत ढंग से दिए और जरा भी जल्दबाजी नहीं दिखाई।
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