पटियाला : टोल प्लाजा कर्मियों की मनमर्जी राहगीरों के लिए बनी मुसीबत

Toll plaza

बोर्डों पर लिखी फीस से दोगुनी फीस वसूल रहे है टोल कर्मी, स्थानीय लोगों ने  सरकार से की टोल प्लाजा हटाने की मांग | Toll plaza

  • टोल टैक्स वालों की दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है गुंडागर्दी

पटियाला/राजपुरा(सच कहूँ/जतिन्द्र लक्की)। एक तरफ सरकार लोगों से हर साल करोड़ों रूपये टैक्स लेकर एकत्रित कर रही है वहीं दूसरी तरफ लोगों को टोल टैक्स की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है और इन टोल टैक्स वालों की गुंडागर्दी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इन टोल टैक्सों पर नियुक्त कर्मचारी टोल प्लाजों पर लगे बोर्डों पर लिखी फीस की उलट दोगुनी फीस लेकर लोगों को का कंचूबर निकाल रहे हैं। ऐसा ही मामला चण्डीगढ़-पटियाला रोड पर पंजाब सरकार की ओर से लगाए दो टोल प्लाजों पर सामने आया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां प्रतिदिन ही आने जाने वाले लोगों ने बताया कि यहां के टोल प्लाज किसी प्राईवेट कंपनी को ठेके पर दिए हुए हैं और उनकी तरफ से लोगों के साथ मनमर्जी की जा रही है। राजपुरा से चण्डीगढ़ जाते अजीजपुर टोल प्लाजा जो कि मोहाली जिले में आता है और राजपुरा से पटियाला वाला टोलप्लाजा जिला पटियाले में आता है यहां के स्थानीय निवासियों के लिए टोल की कीमत 15 से 20 रूपये है परंतु टोल प्लाजा के कर्मचारी अपनी मनमर्जी से उन लोगों के पास से 35 रूपये वसूले जा रहे है।

प्र्रतिदिन राजपुरा से चण्डीगढ़ जाने वाले चालक निर्मल सिंह ने बताया कि वह एक कैब चालक है और उनको आरटीओ मोहाली लगता है और गाड़ी मोहाली से रजिस्टर्ड है परंतु घर उनका राजपुरा में होने के कारण प्रतिदिन ही 35 रूपये की पर्ची कटवा कर जानी पड़ती है जब कि इनके रेट वाले बोर्ड पर इसका रेट केवल 15 रुपये लिखा है। वहीं इनको महीने का तकरीबन 1600 रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ता है।

स्थानीय पत्रकारों के पास से भी वसूल कर रहे पर्ची के पैसे 

  • इसी तरह ही सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि राजपुरा से पटियाला जाने के लिए भी हमें 35 रुपये की पर्ची कटवानी पड़ती है।
  • इतना ही नहीं यह टोल प्लाजा अपनी इतनी मनमर्जी और गुंडागर्दी करते हैं
  • कि स्थानीय पत्रकारों के पास से भी यह पर्ची के पैसे वसूल करते हैं।
  • इनको जब कैप्टन सरकार के आदेशों से अवगत करवाने पर यह गुस्से में आ कर गुंडागर्दी पर उतर आते हैं
  • कहते हैं कि हमारे पास कोई ऐसा कोई सरकारी आदेश नहीं है
  • शरीफ बंदे को इनके पास से पर्ची कटवा कर अपनी जान छुड़ानी पड़ती है

टैक्स हर साल देते हैं, फिर टोल टैक्स कैसा | Toll plaza

स्थानीय लोग लोगों का कहना है कि आए दिन यह टोल प्लाजा पर लड़ाई झगड़े होते रहते हैं और यदि गाड़ी लेते समय रोड टैक्स सरकार लेती है और कैब टैक्सी वाले स्टेट टैक्स हर साल देते हैं और इसके बाद टोल प्लाजा लगाकर सरकार आम जनता पर अतिरिक्त बोझ क्यों डाल रही है। आम लोगों की सरकार को मांग है कि यह टोल प्लाजा जल्द से जल्द बंद कर दिए जाएं, जिससे लोगों पर पड़ा यह अतिरिक्त बोझ हट जाए।

फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा टोल मैनेजर ने |  Toll plaza

जब इस संबंधी अजीजपुर खोज मैनेजर अकील खान के साथ फोन पर बात करनी चाही तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। बल्कि वहां की एक महिला कोआर्डीनेटर पत्रकारों के साथ बदतमीजी करती हुई नजर आई।

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