प्रशासन ने जल्द नहीं लिया संज्ञान तो संघर्ष होगा तेज: भारूखेड़ा
सच कहूँ/सुनील वर्मा /राजू, सरसा/ओढां। संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर सरसा में हिरासत में लिए गए पांच किसानों की रिहाई के लिए बुधवार को किसानों ने जिला के टोल भावदीन व खुइयांमलकाना व पंजुआना के पास नेशनल हाइवे जाम किया। जाम के दौरान हजारों वाहन दो घंटे के लिए सड़क के दोनों ओर लाइनों में खड़े रहे। कई वाहन चालकों की किसानों के साथ बहसबाजी भी हुई, लेकिन किसानों की भीड़ के आगे वाहन चालक बेबस नजर आए। हालांकि किसानों ने एंबुलेंस व बीमार व्यक्तियों को लेकर जा रहे वाहनों को नहीं रोका। वहीं पुलिस भी दोनों टोल प्लाजा व पंजुआना के समीप नेशनल हाइवे पर तैनात रही, ताकि किसी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि पुलिस द्वारा जबरन गिरफ्तार किए गए पांच किसानों की रिहाई के लिए बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा की कॉल पर दोनों टोल व गांव पंजुआना के समीप नेशनल हाइवे दो घंटे के लिए बंद किए गए हैं। अगर इसके बाद भी प्रशासन व सरकार नहीं माने तो आगामी संघर्ष की रणनीति बनाई जाएगी। भारूखेड़ा ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसान शहीद हो गए हैं, मगर सरकार अभी तक उनके प्रति उदासीन बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गिरफ्तार किए गए किसानों पर जबरन देशद्रोह का केस दर्ज कर दिया, लेकिन संविधान भी इस बात की इजाजत देता है कि देश के मुखिया के खिलाफ आवाज उठाना आवाम का कानूनी अधिकार है। इस मौके पर विकास सिंह सिसर, रवि आजाद, गुरदीप बाबा, सुखदीप बड़ागुढ़ा, लक्खा अलीकां, सतपाल सिंह सरसा, जरनैल सिंह अलीकां, बिकर सिंह अलीकां, जिंदा नानूआना, जस्सा नानूआना, मलकीत भुल्लर, परमिंद्र जीवननगर, बलवंत प्रधान सहित अन्य किसान उपस्थित थे।
कई वाहन चालकों से हुई बहबाजी:
दोनों टोल प्लाजा पर दो घंटे के बंद के दौरान कुछ वाहन चालकों की किसानों के साथ बहसबाजी भी हुई। कई कर्मचारी भी वाहन लेकर टोल से गुजरने लगे तो उन्हें नहीं गुजरने दिया गया। इस दौरान कई कर्मचारियों ने किसानों के साथ धक्केशाही कर वाहनों को गुजारने का प्रयास किया, लेकिन किसानों की एकता के चलते वाहन चालक वापस मुड़कर चले गए। उधर दो घंटे के बंद के दौरान बसों को भी किसानों ने नहीं गुजरने दिया। बसों में सवार होकर आई सवारियों को दो घंटे तक टोल प्लाजा पर ही बसों में बैठकर वक्त गुजारना पड़ा। कई सवारियों ने भी किसानों के साथ बसों को निकालने को लेकर बहसबाजी की, लेकिन किसानों ने उन्हें समझाकर शांत किया, जिसके बाद वे बसों में जाकर बैठ गए।
लोकल मार्गों से होकर गुजारे वाहन
जाम के दौरान वाहन चालकों को गर्मी में भारी परेशानी झेलनी पड़ी। पुलिस ने सरसा से डबवाली जाने वाले वाहनों को वाया खैरेकां से साहुवाला-प्रथम होकर निकाला तो वहीं डबवाली से सरसा जाने वाले वाहनोंं को साहुवाला-प्रथम से खैरेकां होकर गुजारा। जाम में फंसे परेशान वाहन चालक गुजरने के लिए लोगों से गुहार लगाते नजर आए, लेकिन किसानों ने आपातकालीन वाहनों के अलावा किसी को नहीं गुजरने दिया।
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