इम्युनिटी बढ़ाने के लिए रामबाण बना पूज्य गुरू जी द्वारा बताया ‘काढ़ा’

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 पूज्य गुरू जी की तरफ से बताई सामग्री का काढ़ा पीकर लाभ लेने वालों ने गाए गुण

(Immunity Kadha)

  •  कोरोना के साथ-साथ अन्य बीमारियों से भी मिली निजात

रविन्द्र शर्मा सरसा। 2019 के अंत में चीन के वुहान शहर से शुरू हुई विश्व स्तरीय महामारी कोरोना ने बड़े स्तर पर दुनिया को प्रभावित किया हुआ है इस महामारी ने विश्व भर में लाखों लोगों की जान ले ली और आर्थिक मंदहाली ला दी। डब्ल्यूएचओ के अनुसार कोरोना की बीमारी से बचाव के लिए शरीर की रोगों के साथ लड़ने की क्षमता मजबूत होना जरूरी है। शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने पहली चिट्ठी में आयुर्वेदिक काढ़े के वचन लिखकर भेजे। साध -संगत पिछले वर्ष से लेकर लगातार इस काढ़े को पी रही है और कोरोना महामारी का मुकाबला कर रही है।

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पेश हैं पूज्य गुरू जी द्वारा बताया काढ़ा पीकर लाभ लेने वालों के साथ की बातचीत के कुछ अंश:- (Immunity Kadha)

 कोरोना से बचाव के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा बना वरदान
पूज्य गुरू जी द्वारा बताया गया काढ़ा कोरोना महामारी से बचाने के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध हुआ है। यह काढ़ा मैं हर हफ़्ते लगातार पी रहा हूँ। मेरे माता-पिता हफ्ते में दो बार इसका सेवन कर रहे हैं और तंदरुस्ती का खजाना संभाले हुए हैं। काम-धंधों के कारण दूर-दराज सफर करना पड़ता है। इसलिए इम्युनिटी का होना बहुत जरूरी है, जो कि आयुर्वेदिक काढ़े से प्राप्त हुई है।
मनप्रीत सिंह, हीरके (मानसा)

Manpreet

 आयुर्वेदिक काढ़े ने सेहत की चिंता को कर दिया खत्म
बीते वर्ष जब कोविड-19 का जोर था, तब दिमाग पर यह टैंशन थी कि किस तरह इस बीमारी से बचा जाये और साथ-साथ सामाजिक काम-धंधे भी जारी रखे जाए। फिर पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने चिट्ठी के द्वारा आयुर्वेदिक काढ़े के वचन फरमाए, तब से ले कर हर हफ़्ते यह काढ़ा लगातार पी रहा हूँ, जिससे शरीर की इम्युनिटी बरकरार है और आनंद आ रहा है। मेरे ही गांव का कुलवंत सिंह उम्र 42 साल, जिसे लगातार जुकाम रहता था, को काढ़ा दिया गया तो उसका जुकाम ठीक हो गया। पहले-पहल यह काढ़ा कड़वा लगता था, अब इस की आदत सी बन गई है।
-गुरसेवक सिंह, लालबाई (श्री मुक्तसर साहब)

Gursewak-Singh-Lalbai

 अब कभी खांसी-जुकाम भी नहीं हुआ
पूज्य गुरू जी द्वारा पहली चिट्ठी में बताया गया काढ़ा कोरोना महामारी दौरान रामबाण सिद्ध हुआ है। इस काढ़े को पीने से शरीर की बीमारियों के साथ लड़ने की ताकत बढ़ गई है, जब से आयुर्वेदिक काढ़ा पीना शुरू किया है, तब से कभी बुखार, जुकाम या खांसी भी नहीं हुई। मेरा पूरा परिवार हर हफ़्ते एमएसजी काढ़ा पी रहा है और तंदुरूस्त ज़िदंगी गुजार रहा है।
-गुरसेवक सिंह, सादिक (फरीदकोट)

Gursevak-Insa

 काढ़ा पिया तो हो गया बिल्कुल ठीक
बोहड़ सिंह, गांव मानें से दिल्ली धरने से वापस आया तो उसे खाँसी-जुकाम ने घेर लिया। बहुत दवाएं ली, परन्तु ठीक न हुआ। फिर उसे पूज्य गुरू जी द्वारा बताई गई विधि के साथ काढ़ा दिया गया। तो वह बिल्कुल ठीक हो गया।
-अमनदीप सिंह बराड़, गग्गड़ (श्री मुक्तसर साहब)

Amandeep-Singh-Gaggar

 बुखार उतारने में भी सहायक
ऐलोपैथिक दवा से एलर्जी होने के कारण बुखार होने पर बड़ी समस्या आती थी, क्योंकि मैं कोई भी दवा नहीं ले सकती थी। जबसे पूज्य गुरू जी ने आयुर्वेदिक काढ़ा बताया है, तब से इस परेशानी से निजात मिल गई है। शाम को बुखार के लक्षण होने पर सारी सामग्री इकट्ठी करके काढ़ा बना कर पीया तो सुबह तक बुखार का नामो-निशान भी नहीं था। यह काढ़ा इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बहुत ही कारगर सिद्ध हुआ है।
-मोनिका रानी, शाह सतनाम जी पुरा, सरसा

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 रोगों के साथ लड़ने की क्षमता बढ़ी
पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की तरफ से पहली चिट्ठी में बताया गया कि काढ़ा शरीर की कोरोना महाबिमारी के साथ-साथ सभी रोगों के साथ लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। मैं यह काढ़ा हफ़्ते में तीन बार पीता हूँ। पिछले दिनों मेरा गला बहुत ज्यादा खराब हो गया था, जिसके बाद मैंने तीन दिन लगातार आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन किया। मेरी समस्या ठीक हो गई। मेरे माता जी का जुकाम ठीक हो गया।

पूज्य गुरू जी द्वारा कोरोना से बचने के लिए बताया गया काढ़ा बनाने का तरीका

तुलसी, नीम चार-चार पत्ते, गिलोय (टहनी और पत्ते) 10 ग्राम, लौंग-इलायची 2-2, हल्दी, मुलट्ठी, अजवायण, सूठ एक-एक चुटकी, जीरा 5 ग्राम, 300 ग्राम पानी में डालकर तब तक उबालें, जब तक 150 ग्राम न रह जाए। अब इसे चाय की तरह धीरे-धीरे पीएं। एक हफ़्ते में एक बार 20 ग्राम गुड़ या शहद डाल सकते हो। यह खुराक तीन व्यक्तियों के लिए है। एक व्यक्ति 50 ग्राम काढ़ा पी सकता है। इसके अलावा सुबह शाम कम से कम 15 मिनट प्राणायाम के साथ मालिक का नाम जरूर जपा करें। साबुन के साथ दोनों हाथों पर झाग बना कर एक-दूसरी तली पर खाज करें, जिससे नाखून पूरी तरह साफ हो जाएं।

घरेलू प्रोटीन जिनमें : चने, पनीर, दही, सोयाबीन, दूध, लस्सी, दालें, पिस्ता आदि और विटामिन-सी जैसे: नीबू, संतरा, किन्नू, मौसमी, आँवला आदि जरूर लें। नोट: इस विधि अनुसार एमएसजी आल्ॉ ट्रेडिंग कंपनी का रेडिमेड काढ़ा भी मार्केट में उपलब्ध है।

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