नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना वायरस के विभिन्न वैरिएंट से संक्रमित मरीजों के फेफड़ों पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है। फेफड़े तक संक्रमण पहुंचने की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्क्त आ रही है। उनकी बॉडी में आॅक्सीजन की कमी हो रही है और बाहरी आॅक्सीजन पर निर्भर होना पड़ रहा है। इसके अलावा भी दुनियाभर में हर साल फेफड़ों की अन्य बीमारियों की वजह से लाखों लोगों की मौत हो जाती है।
ऐसे में कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए अन्य एहतियात के साथ ही अपने फेफड़ों को भी मजबूत करना बहुत जरूरी है। इंसानों में हृदय के अलावा फेफड़ा भी एक ऐसा अंग है जो विभिन्न अंगों से जुड़ा है। समय और उम्र के साथ इसमें समस्या आ सकती है और इनके कमजोर होने की भी संभावना बनी रहती है। लेकिन अच्छी बात है कि अपनी रोजाना की आदतों में कुछ मामूली बदलाव करके अपने फेफड़ों को मजबूत बनाया जा सकता है।
फेफड़ों पर कैसे प्रभाव डालता है कोरोना
सांस संबंधी अन्य बीमारियों की तरह ही आपके फेफड़ों पर कोविड-19 का बुरा असर पड़ता है। इस संक्रमण से निमोनिया समेत कई अन्य तरह की जटिलताएं हो सकती है, जिसमें फेफड़े काम करना बंद कर दें। अगर मरीज ठीक भी हो जाए, तो भी ऐसे मरीजों के फेफड़ों पर लंबे समय तक इसका असर देखने को मिलता है। कोविड-19 सबसे पहले फेफड़े पर ही असर पड़ता है। अगर किसी मरीज में अस्थमा, प्लमोनरी फाइब्रोसिस आदि है तो उनके लिए परेशानी और भी बढ़ सकती है।
1. स्मोकिंग से दूर रहें
अभी तक तो आपको जरूर पता होगा कि स्मोकिंग से फेफड़ों के कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन इसके अलावा स्मोकिंग की वजह से अस्थमा समेत कई अन्य बीमारियां होती हैं। अभी तक इस पर किए गए सैकड़ों रिसर्च में यह बात साफ हो सकता है कि हर स्मोकिंग से हर मायने में फेफड़ों को नुक्सान हो रहा है।
2. फेफड़ों के लिए भी एक्सरसाइज करना जरूरी
स्मोकिंग से दूर रहने के अलावा आपको फेफड़ों की एक्सरसाइज करना भी बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए एक्सरसाइज से न केवल आपके फेफड़ों की सेहत अच्छी होगी और वह मजबूत होगा, बल्कि आपकी बॉडी पर पॉजिटिव असर पड़ेगा। फेफड़ों को सुरक्षित और मजबूत रखना है तो आपको कुछ ऐसे काम हर रोज करने चाहिए, जिसमें आपको जोर-जोर से सांस लेने की जरूरती पड़े। इसके अलावा अब 30 मिनट से 1 घंटे तक प्रतिदिन चल, दौड़, साइकलिंग, स्वमिंग आदि कर सकते हैं। इसे आपको डेली रूटीन में जरूर शामिल करना चाहिए।
3. गहरी सांस लेने की आदत डालें
कई रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि हर रोज महज कुछ मिनटों के लिए भी गहरी सांस लेने फेफड़ों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इससे आपका फेफड़ा खुद की अच्छे से सफाई कर लेता है और साथ ही बॉडी में आॅक्सीजन की मात्रा में भी मेंटेन हो जाती है। गहरे सांस लेने से मानसिक तनाव भी कम होता है। ऐसे में हर किसी को प्रति दिन 2 से 5 मिनट के लिए जरूर गहरा सांस लेना चाहिए।
4. अच्छा खाना खाएं
संतुलित आहार भी आपकी बॉडी को स्वस्थ्य व फिट रहने के लिए बहुत जरूरी है। इससे बॉडी में हर तरह के संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। अच्छे आहार से आपकी बॉडी में कोरोना के लक्षण को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। कई स्टडी में कहा जा चुका है कि संतुलित आहार में 5 चीजों को जरूरी जगह देनी चाहिए ताकि फेफडे़ स्वस्थ्य रह सकें। ये आहार फल, सब्जी, स्टार्च काबोर्हाइड्रेट, प्रोटीन, डेयरी उत्पाद और तेल है।
आपके फेफड़ो को मजबूत बनाएंगे ये आसन-
भुजंगासन
भुजंगासन करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को कंधों के बराबर में रखें और सिर से नाभि तक के हिस्से को ऊपर तक उठाएं। इसके बाद आसमान की ओर देखने का प्रयास करें और लंबी गहरी श्वांस भरते हुए ऊपर उठना है और फिर श्वांस छोड़ते हुए नीचे जाना है। इस आसन से फेफड़ों का फैलाव होता है और मजबूत बनते हैं।
अनुलोम-विलोम
अनुलोम-विलोम के लिए नाक के दाएं छिद्र से सांस खींचते हैं और बायीं नाक के छिद्र से सांस बाहर निकालते हैं। इसी तरह यदि नाक के बाएं छिद्र से सांस खींचते है, तो नाक के दाहिने छिद्र से सांस को बाहर निकालते है। इससे आॅक्सीजन लेवल भी बढ़ता है।
उज्जायी
यह योग आसन आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और आपके फेफड़े सही तरह से काम करें इसका ध्यान रखता है। इसके लिए आप मेडिटेशन की किसी भी मुद्रा में बैठ जाएं और आंख बंद करें। अब लंबी सांस ले और इस दौरान सांस लेते हुए आवाज सुनाई देगी। इसे आप अपने फेफड़ों में भरें और कुछ देर रोकें, फिर छोड़ दें। इस तरह उज्जायी प्राणायाम आसन पूरा होता है।
कपालभाति
कपालभाति प्राणायाम में तेजी से सांस छोड़ने की प्रक्रिया की जाती है कपालभाति क्रिया लंग्स, गले और नाक को आसानी से साफ कर सकती है। इस आसन से ब्लड फ्लो डायरेक्ट ब्रेन तक जाता है और मस्तिष्क और फेफड़ों की शुद्धि होती है। इस आसन से फेफड़े मजबूत होते हैं।
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