तीन बार के ओलम्पिक स्वर्ण विजेता हॉकी लीजेंड बलबीर का निधन

Hockey Legend Balbir Singh

मोहाली। तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भारत के लीजेंड हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर का लंबी बीमारी के बाद सोमवार सुबह निधन हो गया। बलबीर के निधन से खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गयी है। बलबीर 96 वर्ष के थे। उन्हें गत 12 मई को दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान भी उन्हें दो बार दिल का दौरा पड़ा और उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। हॉकी लीजेंड बलबीर के पौत्र कबीर ने बयान जारी कर बताया कि उनके दादा बलबीर का आज सुबह लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। बलबीर के परिवार में बेटी सुशबीर और तीन बेटे कंवलबीर, करणबीर और गुरबीर हैं।

बलबीर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने की मांग

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी, भारतीय ओलम्पिक संघ और अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र ध्रुव बत्रा और हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने बलबीर को महान खिलाड़ी बताते हुए उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पंजाब के खेल मंत्री सोढी ने बलबीर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने की मांग की है।

बलबीर ने 1948 लंदन, 1952 हेलसिंकी और 1956 मेलबोर्न ओलम्पिक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका अदा की थी। मेलबोर्न में उनके नेतृत्व में ही टीम ने सोना हासिल किया था। इसके अलावा वह 1958 टोक्यो एशियाई खेलों में रजत पदक विजेता टीम का भी हिस्सा रहे थे। सेंटर फॉरवर्ड बलबीर ने 61 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 246 गोल किए थे। हेलसिंकी ओलंपिक में हॉलैंड के खिलाफ फाइनल में 6-1 से मिली जीत में उन्होंने पांच गोल किये थे और यह रिकॉर्ड आज भी बरकरार है।

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