सांसद ने एक दिन पहले बैठक में दिए थे जांच के आदेश
कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Kaithal News: जिले में 18 करोड़ रुपए के मनरेगा कार्यों में घोटाले के अंदेशे की जांच के आदेश सांसद नवीन जिंदल द्वारा दिए गए थे। जिसका असर एक दिन बाद ही देखने को मिल गया। मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 3 मनरेगा मेट्स को निलंबित कर दिया है। तीनों मेट्स क्केहड़ी गांव के है जिनके नाम रणधीर सिंह, अनुज और सतपाल है। वहीं चार जेई पर भी तलवार लटकती दिखाई दे रही है क्योंकि मामले की जांच दौरान इन 4 जूनियर इंजीनियर (जेई) के कार्यों में गड़बड़ियां पाई गई हैं। प्रशासन और विभाग द्वारा इन पर कार्रवाई की तैयारी है। Kaithal News
सरस्वती हैरिटेज डिवीजन 3 कैथल के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (एक्सईएन) दिग्विजय शर्मा ने इस मामले में जानकारी देते हुए कहा- सिंतबर के महीने में एक शिकायत मिली थी जिसमें बताया गया था कि मस्टर रोल में कुछ गड़बड़ी पाई गई है। इस मामले को हमने तुरंत बीडीओ ऑफिस में ट्रांसफर कर दिया। उनकी जांच रिपोर्ट के अनुसार इसमें चार जेई शामिल हैं। इस मामले पर विभाग द्वारा जांच जारी है। जेई से इस मामले पर बात की जाएगी। दोषी पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
दो लोग मिले जो अब गांव में नहीं | Kaithal News
कैथल में सीवन की बीडीपीओ नेहा शर्मा ने बताया है कि उनके पास मनरेगा में मजदूरों को लेकर शिकायत आई थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि ककराला इनायत गांव में करीब 40 लोग ऐसे हैं, जो विदेश चले गए हैं, लेकिन मनरेगा में उनके नाम पर अब भी मजदूरी आ रही है। उसे अधिकारी खा रहे हैं। विभाग द्वारा एक कमेटी बनाई गई है जिसने जांच में पाया कि गांव में 2 लोग ऐसे मिले हैं, जो अब गांव में नहीं हैं। बाकियों को लेकर भी सरपंच की सहायता से जांच की जा रही है।
जेई के कार्यों में गुणवत्ता की हुई अनदेखी
इसके अलावा इरिगेशन डिपार्टमेंट के 4 जेई के कार्यों में बड़ी चूक पाई गई है। जिनमें सोनू, शुभम धीमान, सलींद्र कुमार और मुनीष कुमार शामिल है। ये सभी जेई सरस्वती हेरिटेज डिवीजन न. 3 कैथल से है। इन चारों के अंडर में हुए कार्यों पर ध्यान नहीं दिया गया है। कार्यों में गुणवत्ता की अनदेखी की गई है। इन पर कार्रवाई के लिए इरिगेशन डिपार्टमेंट को पत्र लिखा गया है। आगे की कार्रवाई उनकी ओर से ही अमल में लाई जाएगी। इरिगेशन डिपार्टमेंट के अधिकारी ने भी कहा है कि आरोपी चारों जेई से मामले में जवाब मांगा जाएगा। जांच के दौरान यदि अनियमितताएं पाई जाती हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। Kaithal News
सांसद ने एक दिन पहले ही दिए थे जांच के आदेश
बता दे कि मंगलवार को हुई बैठक के दौरान सांसद नवीन जिंदल ने मनरेगा में भ्रष्टाचार की जांच करवाने के लिए डीसी प्रीति को आदेश दिए थे। बैठक में गुहला से कांग्रेसी विधायक देवेंद्र हंस और पूंडरी से भाजपा विधायक सतपाल जांबा ने कहा था कि विदेश में बैठे लोगों के नाम से मस्ट्रोल बनाकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। सांसद ने संबंधित अधिकारी से पूछा तो अधिकारी ने कहा कि तालाबों की खुदाई इस योजना में की जाती है।
सांसद बोले कि आजकल कौन कस्सी से तालाब की खोदाई करता है। मनरेगा के संदर्भ में बैठक में बताया गया कि नवंबर 2024 तक सौ दिन का रोजगार पूरा करने की एवज में शून्य भुगतान हुआ है। इस पर डीसी ने भी सवाल खड़े किए, जबकि अधिकारी ने कुल 24 करोड़ रुपये के बजट में से 18 करोड़ रुपये खर्च देने की रिपोर्ट प्रस्तुत की। सांसद ने कहा कि सबसे ज्यादा गड़बड़ी मनरेगा में ही होती है। Kaithal News
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