कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पंजीठ का मामला, छात्राओं के परिजनों ने शिक्षिका पर लगाया मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप
कैराना (सच कहूँ न्यूज़)। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पंजीठ की तीन छात्राएं देर रात्रि संदिग्ध परिस्थितियों में बेहोश हो गई। (Kairana) स्कूल स्टाफ ने बेहोश छात्राओं को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर प्राथमिक चिकित्सा के बाद छात्राओं को छुट्टी दे दी गई। परिजनों ने विद्यालय में तैनात एक शिक्षिका पर छात्राओं को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किये जाने के आरोप लगाए है।
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क्षेत्र के गांव जहानपुरा निवासी मुबारिक की पुत्री आरजू व अनम कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कक्षा सात की छात्राएं है। कैराना के मोहल्ला आलकलां निवासी दिलनवाज की पुत्री हिफजा भी इसी विद्यालय में कक्षा छह की छात्रा है। बताया गया है कि गुरुवार देर रात्रि करीब दस बजे तीनों छात्राएं संदिग्ध परिस्थितियों में बेहोश हो गई। छात्राओं के बेहोश होने पर विद्यालय स्टाफ में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बेहोश हुई तीनों छात्राओं को उपचार हेतु नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया। सूचना पर तीनों छात्राओं के परिजन रात्रि में ही अस्पताल पहुंचे तथा मामले की जानकारी हासिल की।
छात्रा आरजू व अनम के पिता मुबारिक ने विद्यालय में तैनात एक शिक्षिका पर अपनी बेटियों को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। आरोप है कि पूर्व में भी उसकी दोनों बेटियों को विद्यालय स्टाफ द्वारा प्रताड़ित किया गया था, जिसकी शिकायत उसके द्वारा उच्चाधिकारियों को गई। हालांकि मामले में आज तक कोई कार्यवाही नही हुई, बल्कि विद्यालय वार्डन द्वारा जिला मुख्यालय पर तैनात एक सरकारी कर्मचारी से मिलकर साजिश के तहत उसे झूठा फंसाने की कोशिश की गई। मुबारिक ने मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
बीएसए के निरीक्षण के बाद प्रताड़ित करने का आरोप
बताया गया है कि गुरुवार देर शाम नवनियुक्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पंजीठ (Kairana) का औचक निरीक्षण किया गया। जहां पर निरीक्षण के दौरान उन्हें अनेकों खामियां मिली। वही, मुबारिक का कहना है कि कई छात्राओं ने बीएसए के सामने विद्यालय स्टाफ पर गम्भीर आरोप लगाए, जिनमें उसकी दोनों पुत्री व एक अन्य छात्रा शामिल है। आरोप है कि बीएसए के जाने के बाद विद्यालय में तैनात एक शिक्षिका ने उसकी दोनों पुत्री तथा छात्रा को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया, जिसके चलते तीनों बेहोश हो गई। बताया जा रहा है कि उक्त शिक्षिका पिछले काफी समय से बीमार चल रही है तथा छात्राओं से अपने पैर दबवाने एवं शौचालय में पानी आदि रखने का दबाव बनाती है। छात्राओं द्वारा इसका विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की जाती है।
इन्होंने कहा;-
‘छात्राओं के बेहोश होने का मामला उनके संज्ञान में आया है। हालांकि मामले से सम्बंधित कोई शिकायती-पत्र उन्हें नही मिला है। विद्यालय में पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी की जाएगी। इसके बाद उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। विद्यालय स्टाफ के बारे में पूर्व में भी शिकायतें मिलती रही है।’-सचिन रानी, खण्ड शिक्षा अधिकारी, कैराना।
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