संविदा पर नर्सिंगकर्मियों की भर्ती में रिश्वत के आरोप में तीन गिरफ्तार

Arrested

अलवर (एजेंसी)। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में चल रही संविदा पर नर्सिंगकर्मियों एवं नर्सिंग सहायकों की भर्ती के लिए रिश्वत लेने के आरोप में भर्ती कंपनी के पार्टनर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ब्यूरो की टीम ने वीरवार रात इन लोगों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया। इस मामले में अलवर के सांसद बालक नाथ के पीए का नाम भी सामने आ रहा है। ब्यूरो इस मामले में अलग-अलग स्थानों से इन आरोपियों के पास से करीब 20 लाख रुपये बरामद किए हैं। अलवर में कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह ने बताया कि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में संविदा कर्मियों के रूप भर्ती हो रही है।

यह भर्ती गुजरात की एक कंपनी द्वारा की जा रही है और अब तक करीब 100 भर्तियां की गई है। जिनमें नर्सिंग और नर्सिंग सहायक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अलवर की एक होटल में छापा मारकर भरत पूनिया को गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से साढ़े चार लाख रुपए बरामद किए गए जबकि गुजरात के मिनेश भाई को अजमेर से गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से पन्द्रह लाख रुपए बरामद किए गए। इसके अलावा जोधपुर एम्स में नर्सिंग कर्मचारी के रूप में कार्यरत एवं दलाल महिपाल यादव को अस्सी हजार रुपए साथ जोधपुर से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक सौ भर्तियां हुई हैं। कुछ सिफारिश से हुई हैं, बाकी मोटी राशि वसूली कर की गई है। नर्सिंग कर्मचारियों से डेढ़ से दो रुपए रिश्वत मांगते थे। जबकि नर्सिंग सहायक से 60 से 90 हजार रुपए तक वसूलते थे। उन्होंने बताया कि अलवर किसी से होटल में यह कार्रवाई की गई। वहां चार लोग मिले, जिनमें से अभी कंपनी के भरत पूनिया को गिरफ्तार किया गया है। जबकि शेष तीन लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है।

इसके अलावा अलवर में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में कार्यरत कार्मिकों की भूमिका की जांच की जा रही है, क्योंकि वह इन दलालों के द्वारा दिये नामों के अलावा किसी की भर्ती नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच की जा रही है, किसी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा। एसीबी की टीम अलवर में 10 दिन से डेरा डाले हुई थी। ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक कमलनयन ने बताया कि इस मामले में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के कई कमरों को सील किया गया है, जहां यह भर्ती प्रक्रिया चल रही थी। सबसे पहले कार्यवाही अलवर में भरत पुनिया पर की गई। उसी से पूछताछ के आधार पर बताया गया कि कंपनी का पार्टनर मिनेश भाई आज ही पन्द्रह लाख रुपए लेकर निकले हैं तो उन्हें अजमेर की टीम द्वारा रास्ते में ही गिरफ्तार किया गया। उसके पास से पन्द्रह लाख रुपए बरामद किए गए।

 

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।