डॉ.संदीप सिंहमार। Aadhaar Update: अंधेरी दुनिया का अंडरवर्ल्ड माने जाने वाली डार्क वेब पर 81.5 करोड़ लोगों के व्यक्तिगत जानकारी लीक होने के बाद एक तरफ जहां लोगों में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय भी इस दिशा में सोचने के लिए मजबूर हो गया है। शुरुआती तौर पर 9 अक्टूबर को जब अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस एजेंसी Resecurity ने डार्क वेब पर आधार कार्ड व पासपोर्ट से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारी लीक होने की रिपोर्ट दी तो इस बात पर भरोसा नहीं किया गया। पर अब केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच का जिम्मा सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो को सौंप दी है। अमेरिकी एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार pwn0001 नाम के हैकर ने ब्रीच फोरम पर 81.5 करोड़ लोगों के डेटा की उपलब्धता की जानकारी खुद सांझा की थी।
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80 हजार डॉलर में बिक रही एक व्यक्ति की जानकारी! Aadhaar Update
इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि डार्क वेब पर एक आधार कार्ड उत्तर की बिक्री 80 हजार डॉलर यानी 66 लाख 60 हजार 224 रुपए में हो रही है। जो व्यक्ति या साइबर क्राइम करने वाली कोई भी एजेंसी इतनी बड़ी क़ीमत पर एक भारतीय की डिटेल खरीद सकती है तो वह किसी भी हद तक जाकर गड़बड़ी भी कर सकती है। याद हो कि आधार कार्ड लागू होने के बाद से हर भारतीय के बैंक अकाउंट, परमानेंट अकाउंट नंबर, जमीन-जायदाद के कागजात,सोसायटी, ट्रस्ट,कंपनी व देशभर के कर्मचारियों व अधिकारियों सहित सभी प्रकार की संपत्तियां की जानकारी आधार कार्ड से लिंक है। इतना ही नहीं पासपोर्ट की जानकारी भी आधार कार्ड से ही लिंक है।
खुद कर सकते हैं आधार लॉक
ऐसी स्थिति में 81.5 करोड़ लोगों की व्यक्तिगत जानकारी बहुत बड़े धोखे का कारण बन सकती है। इस संबंध में केंद्र सरकार ने चाहे जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को दे दी है, लेकिन इसके प्रति प्रत्येक भारतीय को भी सावधान होने की जरूरत है। इस सावधानी के तौर पर हम सबसे पहले अपने आधार कार्ड को लॉक कर सकते हैं। ताकि किसी भी कीमत पर कोई भी दूसरा व्यक्ति या हैकर्स आपके फिंगरप्रिंट सहित आपकी किसी भी जानकारी का गलत इस्तेमाल न कर सके। जो डाटा लीक हुआ है, वह कोविड-19 के दौरान आईसीएमआर द्वारा एकत्रित किए गए रिकॉर्ड से लीक हुआ है। उसमें हर व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी के साथ-साथ उसके निजी मोबाइल नंबर की जानकारी भी है, जो हमारे बैंक अकाउंट से जुड़ा हुआ है।
एक लाख फाइल्स से डेटा कैसे हुआ लीक?
अमेरिकी शोधकर्ताओं ने पाया कि लीक डेटा में एक लाख फाइल्स मौजूद हैं। जिनमें 81.5 करोड़ भारतीय यूजर्स की डिटेल्स हैं। इन डेटा की एक्यूरेसी को चेक करने के लिए सरकारी पोर्टल पर वेरिफाई आधार फीचर का इस्तेमाल किया गया। इस जांच में जानकारी को सही पाया गया है। रिपोर्ट्स की मानें तो इस लीक के बारे में Cert-In ने भी ICMR को अलर्ट किया था,पर समय रहते जाग जाते तो इतनी बड़ी संख्या में भारतीय इस साईबर अटैक से बच सकते थे।
कैसे करें आधार कार्ड ब्लॉक
- सबसे पहले UIDAI की वेबसाइट https://myaadhaar.uidai.gov.in/ पर जाएं और लॉगिन करना होगा।
- दूसरा स्टेप Aadhaar Services सेक्शन से ‘Aadhaar Lock/Unlock’ पर क्लिक करें।
- अब ‘Lock UID’ के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- उसके बाद Next के बटन पर क्लिक करें।
- अब दिए गए निर्देश को फॉलो करें और आधार को लॉक करें।
- आधार कार्ड से लिंक अपने मोबाइल नंबर से 1947 पर मैसेज भेजना भेजें।
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से GETOTP और आधार नंबर के आखिरी 4 डिजीट लिखकर 1947 पर भेजें।
- यदि आपका आधार नंबर 123456789012 तो आपको GETOTP 9012 लिखकर मैसेज भेजना होगा।
- ओटीपी आने के बाद LOCKUID OTP के साथ आधार के आखिरी 4 डिजीट लिखकर मैसेज भेजें।
- यदि आपका आधार नंबर 123456789012 है और OTP नंबर 606060 है तो आपको LOCKUID 9012 606060 लिखकर भेजना होगा।
- ऐसा करने बाद आपका आधार कार्ड लॉक हो जाएगा।
आपका आधार लॉक होने के बाद बैंक या किसी भी अन्य जगह पर आपके बायोमैट्रिक, रेटिना स्कैन आदि का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा। जब आपको किसी भी प्रकार की बायोमेट्रिक की जरूरत पड़े तो लॉक करने के तरीके से ही आप आधार को अनलॉक भी कर सकते हैं। हमारे बताए गए तरीके से भी यदि आपको समझ नहीं आए तो आप किसी भी नजदीकी सीएससी सेंटर/अटल लैब पर जाकर अपने आधार कार्ड को लॉक/अनलॉक करवा सकते