UP Expressway: लखनऊ। (सच कहूं/अनु सैनी)। उत्तर प्रदेश में वाराणसी से लेकर कोलकाता तक 610 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे भारतमाला परियोजना का एक हिस्सा हैं, बता दें कि यूपी के वाराणसी से कोलकाता तक यह एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण योजना हैं। इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद कोलकाता से बनारस तक का सफर मात्र 6 घंटे में पूरा किया जा सकता हैं। वहीं यही ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पुराने नेशनल2 हाईवे के समांतर बनाया जाएगा। वहीं एक एक्सप्रेसवे पर वाहन 100 की स्पीड से फर्राटा भर सकेंगे, यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश, बिहार झारखंड और पश्चिम बंगाल से होकर गुजरेगा। उत्तर प्रदेश में लगभग 22 किलोमीटर के हिस्से का निर्माण होना हैं।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनने में हरियाली बन रही रोड़ा | UP Expressway
दरअसल वाराणसी से कोलकाता तक ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाने में अब दिक्कत आ गई है, इसको पूरा करने में हरियाली रोड़ा बन रही हैं, जानकारी के लिए बता दें कि कोलकाता की तरफ से इस सिक्स लेन सड़क का निर्माण काफी तेजी से किया जा रहा हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के बनारस की तरफ से इसका काम नहीं हो पा रहा हैं, स्थानीय लोगों के लिए यह एक्सप्रेसवे काफी महत्वपूर्ण भी हैं, क्योंकि इससे लोगों का आवागमन और यात्रा कम समय में पूरी हो सकेगी, सरकार भी इस योजना को जल्द से जल्द पूरा करने की पूरी कोशिश कर रही हैं, ताकि लोगों को किसी भी प्रकार को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।
वाराणसी से कोलकाता का सफर होगा और भी आसान | UP Expressway
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने वन विभाग की करीब 37 हेक्टेयर जमीन को चयनित किया हैं, इसमें से कैमूर वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी की 5 हेक्टेयर जमीन हैं। फिलहाल निर्माण काम शुरू करने के लिए एनजीटी से स्वीकृति मांग ली गई हैं, इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद उत्तर प्रदेश के वाराणसी से कोलकाता की दूरी कम हो जाएगी, और सफर में लगने वाला समय भी काफी कम हो जाएगा, मौजूदा समय से काम शुरू न होने की वजह से लोगों को भी फिलहाल काफी परेशानी हो रही हैं।
वाराणसी के लिए वरदान साबित होगा ये एक्सप्रेसवे
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद लोगों को राहत मिले, इसलिए सरकार को इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल कर देना चाहिए। यूपी के वाराणसी के लोगों ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे उनके लिए वरदान साबित होगा, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं होने से वे सभी परेशान हैं, उनका कहना है कि सरकार को इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए, ताकि वे आसानी से कोलकाता जा सके।
बता दें कि यह एक्सप्रेसवे ट्रैफिक को कम करेगा, वहीं विभिन्न शहरों के बीच यात्रा का समय भी कम होगा, जिसके परिणामस्वरूप उन शहरों में कनेक्टिविटी में सुधार होगा। पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में समुद्री व्यापार के लिए कोलकाता और हल्दिया बंदरगाहों का उपयोग होता हैं। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से माल की आवाजाही का समय कम होगा, और इससे व्यापार में भी बढ़ोत्तरी होगी, उद्योंगों और रोजगार में वृद्धि होगी।