Health: करंज के पौधे का नाम तो आपने सुना ही होगा, यह आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, इसका उपयोग दांतों की समस्याओं के साथ-साथ कई अन्य औषधीय उपचारों में भी किया जाता है, यह पौधा प्राकृतिक चिकित्सा के लिए विशेष रूप से फायदेमंद माना गया है। तो आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इसका इस्तेमाल करने का सही तरीका… बता दें कि करंज का उपयोग दांतों की सफाई और दंत चिकित्सा में किया जाता है, इसके नियमित उपयोग से दांतों की समस्याएं जैसे कैविटी, मसूड़ों की सूजन और दांतों का दर्द दूर किया जा सकता है, ये दांतों को मजबूत और स्वस्थ बनाता है।
आयुर्वेदाचार्य बालेश्वर शर्मा ने बताया कि किकरंज के बीज, पत्तियां और चूर्ण गठिया, खुजली त्वचा से जुड़ी समस्याओं के इलाज में बेहद प्रभावी होते हैं, आयुर्वेद में इसका नियमित उपयोग इन बीमारियों को नियंत्रित करने में सहायक माना गया है। उन्होंने बताया कि करंज अपनी प्राकृतिक औषधीय गुणों क कारण रोगियों के इलाज में अत्यधिक प्रभावी साबित हुआ है, इसे विभिन्न बीमारियों के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है, जिससे मरीजों को जल्दी राहत मिलती है। Health
करंज के पंचांग (पौधे के विभिन्न अंग) को जलाकर बनाई गई भस्म में थोड़ा नमक मिलाकर इसे दांतों पर लगाने से दांत दर्द में तेजी से आराम मिलता है, ये घरेलू उपचार दांतों की समस्याओं के लिए बेहद कारगर है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में करंज की एक अलग पहचान है, इसके विभिन्न हिस्सों का उपयोग गठिया, खुजली, दांत दर्द और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में किया जाता है, जो इसे आयुर्वेद के क्षेत्र में एक बहुउपयोगी पौधा बनाता है।
अस्वीकरण: लेख में दी गई जानकारी आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यह किसी इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर्स से संपर्क कर सकते हैं या किसी एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं। सच कहूँ इसकी पुष्टि नहीं करता है।