सरसा। पूज्य गुरु संत डॉॅ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की बेटी रूह दी हनीप्रीत इन्सां ने इंस्ट्राग्राम पर नई रील अपलोड की है। रील में दीदी ने रूहानी स्थापना दिवस की बधाई दी। रील देखने के लिए इस पर क्लिक करें
29 अप्रैल ,1948 को परम संत शाह मस्ताना जी महाराज द्वारा लगाए गए सच्चा सौदा रूपी इन्सानियत, रूहानियत के इस बूटे (पौधे) को परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज ने पाला-पोसा और पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने इसे बुलंदियों पर पहुंचाया तो काल के घर में स्यापा तो पड़ना ही था।
मर रही इन्सानियत को पुनर्जीवित करने की पूज्य गुरु जी की मुहिम में काल की ताकतों ने रोड़े ही नहीं अटकाए बल्कि इस मुहिम के मार्ग में झूठ के पहाड़ खड़े कर दिए। लेकिन काल की ताकतें गुरु जी को तो क्या उनके शिष्यों को भी तनिक सा विचलित नहीं कर पाई। गुरु जी की पावन शिक्षाओं के अनुसार उनके करोड़ों शिष्य आज भी अपने सतगुरु के दिखाए ‘इन्सानियत की सेवा’ के मार्ग पर दृढ़ता से चल रहे हैं।
यहां प्रकाशित ये कार्य तो मात्र प्राकृतिक आपदाओं के दौरान पूज्य गुरु जी के योगदान का संक्षिप्त सा विवरण है। इसके अतिरिक्त वेश्याओं को बेटी बनाकर उनकी शादी करवाना, शारीरिक तौर पर अपंग युवकों से आत्मनिर्भर युवतियों की शादी करवाना, निराश्रयों को मकान बनाकर देना, जीते जी गुर्दादान, मरणोपरांत अंगदान, शरीरदान इत्यादि पूज्य गुरु जी द्वारा चलाए जा रहे 156 बेमिसाल कार्य वाकई अद्भुत, अकल्पनीय अनुकरणीय एवं अवर्णनीय हंै।
डेरा सच्चा सौदा के 75वें रूहानी स्थापना दिवस पर | (Foundation Day 2023)
पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज ने डेरा सच्चा सौदा को सर्वधर्म संगम का सांझा दरबार बनाया, जहां हर धर्म-जाति, रंग, मजहब, भाषा के लोग एक जगह पर बैठकर परम पिता परमात्मा के नाम की चर्चा करते हैं। डेरा सच्चा सौदा विभिन्न संस्कृतियों की रंग-बिरंगी फुलवाड़ी है, जो इस बात का संदेश देती है कि सारी खलकत को एक ही परमात्मा ने बनाया है।