ले के कहां कुछ वापिस जाना ये शरीर भी दान है..

This body is also charity.

इंसानियत। मेडिकल रिसर्च के काम आएगी अर्जुन राम की मृतक देह

श्रद्धालुओं ने पार्थिव देह को ‘अर्जुन राम अमर रहे’ के नारे लगाकर किया रवाना

टिब्बी (सच कहूँ न्यूज)। वो शख्स महान होते है, जो जीते जी तो मानवता भलाई के काम करते ही है लेकिन मरणोपरांत भी मानवता का फर्ज निभा जाते है। …जी हां..ऐसा ही कर दिखाया टिब्बी के सिलवाला खुर्द के निवासी दिवंगत 84वर्षीय अर्जुन राम ने । शुक्रवार को मरणोपरांत अर्जुन राम के परिजनों ने उनकी अंतिम इच्छानुसार पार्थिव देह को मेडिकल रिसर्च के लिए दान की है। परिजनों ने डेरा सच्चा सौदा की शिक्षाओं का अनुशरण करते हुए दिवंगत अर्जुन राम की पार्थिव देह को उत्तरप्रदेश के जीएस मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल पिलकोवा, हापुर भेजा है।

बेटियों और पौत्रियों ने दिया अर्थी को कंधा

इस दौरान दिवगंत अर्जुन राम की बेटियों व पौत्रियों ने अर्थी को कंधा देकर बेटे होने का फर्ज निभाया। श्रद्धालुओं ने डेरे की मर्यादानुसार पार्थिव देह को ‘अर्जुन राम अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा, अर्जुनराम तेरा नाम रहेगा’ के नारे लगाकर रवाना किया। सिलवाला खुर्द ब्लॉक के सात मैंबर ओमप्रकाश ने बताया की सिलवाला खुर्द से अब तक छह देहदान मेडिकल रिसर्च के लिए हो चुके है। देहदानी दिवंगत अर्जुन राम के तीन बेटे, एक बेटी व दस पौत्र-पौत्रियां है।

इस अवसर पर दिवगंत अर्जुन राम के पुत्र रामेश्वर, विनोद कुमार, आदराम, 45 मैंबर कमेटी सदस्य राजेश कुमार, हरि सिंह, अशोक कुमार, सात मैंबर ओमप्रकाश, भूपसिंह, नानकचंद, गुरसेवक सिंह, गुरतेज सिंह, जसप्रीत सिंह,मेजर सिंह,जगजीत सिंह, प्रेम सिंह, साजन सिंह, गुरप्रीत सिंह, मनजीत सिंह, गुरुमुख सिंह,जगरुप सिंह, सुखमंदर सिंह सहित डेरा अनुयायी व परिजन व ग्रामीण मौजूद थे।
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