Vinesh Phogat News : पेरिस (एजेंसी)। महिला पहलवान विनेश फोगाट (Wrestler Vinesh Phogat) मामले में शीर्ष अदालत ने संकेत दिए कि ओलंपिक अयोग्यता विवाद में विनेश फोगाट द्वारा अपने निष्कासन के बाद ‘तत्काल अंतरिम उपाय’ का अनुरोध नहीं किया गया था। खेल पंचाट न्यायालय के एक बयान से संकेत मिलता है कि भारतीय एथलीट ने अयोग्यता के कुछ घंटों बाद ही नए वजन के लिए अपील की थी और फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने की मांग की थी। हालांकि बाद में अदालत ने यह कहते हुए अपील खारिज दी थी कि ‘सुनवाई की प्रक्रिया के लिए बहुत कम समय है।’’ Vinesh Phogat
विनेश फोगाट मामले में एक सोशल मीडिया यूजर्स ने पूछा, ‘‘मध्यस्थता न्यायालय द्वारा पारित आदेश गंभीर मुद्दे उठाता है। इसमें कहा गया है:- विनेश फोगट द्वारा दायर अपील में तत्काल अंतरिम उपाय करने का अनुरोध नहीं किया गया था। टीम इंडिया और भारतीय कुश्ती महासंघ के अधिकारी उस समय कहां थे? पूरी सुनवाई तक फाइनल को स्थगित करने की मांग की जा सकती थी। विनेश को अकेला छोड़ दिया गया?’’ एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने कहा, ‘‘इसमें निश्चित रूप से कुछ आंतरिक मतभेद हंै।’’
‘‘विनेश के पास अभी भी फाइनल में खेलकर स्वर्ण जीतने का मौका हो सकता था
तीसरे ने गुस्से में कहा, ‘‘विनेश के पास अभी भी फाइनल में खेलकर स्वर्ण जीतने का मौका हो सकता था। त्वरित कार्रवाई करने और न्याय के लिए दौड़ने के बजाय, हमने उसके लिए संवेदना व्यक्त करने के लिए ट्वीट करने का सहारा लिया।’’कई अन्य लोगों ने भारतीय सरकार के साथ-साथ आईओए पर भी ‘उसके मामले को आगे बढ़ाने’ में विफल रहने के लिए हमला किया। ‘‘वे नहीं चाहते थे कि विनेश पदक जीते। मुझे पता था कि कुछ गड़बड़ है।’’ Vinesh Phogat
इसी तरह के कई सवाल पोस्ट में उठाए गए। इस बीच अन्य लोगों ने जोर देकर कहा कि घटनाओं का क्रम हालांकि दुर्भाग्यपूर्ण, मौजूदा कानूनों के अनुरूप था। एक एक्स यूजर्स ने जवाब दिया, ‘‘तो क्या यह पहली बार था कि कुश्ती प्रतियोगी का वजन अधिक था और उसे अयोग्य घोषित किया गया? निश्चित रूप से नहीं। नियम अनुचित हो सकते हैं, लेकिन वे वैसे ही थे जैसे थे, उसने अपने वजन की सावधानीपूर्वक निगरानी न करके गलती की’’ ‘‘आप किस आधार पर फाइनल में देरी की मांग कर सकते हैं जब आपका एथलीट अधिक वजन का है?’’
एक अन्य ने आश्चर्य जताया। विनेश फोगट ने बुधवार को ओलंपिक फाइनल से अयोग्य घोषित होने के बाद खेल पंचाट न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। सीएएस के साथ सुनवाई चल रही है, जिसमें अधिकारियों ने संकेत दिया है कि ‘‘ओलंपिक खेलों के खत्म होने से पहले फैसला आने की उम्मीद है।’’ Vinesh Phogat
सीएएस के बयान में उनकी याचिका के बारे में वास्तव में क्या कहा गया?
‘‘आवेदक ने शुरू में सीएएस एड हॉक डिवीजन से चुनौती दिए गए निर्णय को रद्द करने और फाइनल मैच से पहले एक और वजन-माप का आदेश देने के साथ-साथ यह घोषणा करने का निर्णय मांगा था कि उसे फाइनल में भाग लेने के लिए योग्य और योग्य घोषित किया जाए। हालांकि, उसने तत्काल अंतरिम उपायों का अनुरोध नहीं किया। सीएएस एड हॉक डिवीजन प्रक्रिया तेज है, लेकिन एक घंटे के भीतर योग्यता पर निर्णय जारी करना संभव नहीं था, यह ध्यान में रखते हुए कि प्रतिवादी यूडब्ल्यूडब्ल्यू को पहले सुनना होगा। हालांकि, प्रक्रिया जारी है और आवेदक ने पुष्टि की है कि वह चुनौती दिए गए निर्णय को रद्द करना चाहती है और वह एक (साझा) रजत पदक से सम्मानित होने का अनुरोध करती है।’’ Vinesh Phogat
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