जयपुर (सच कहूँ न्यूज)। राजस्थान के सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने सैनिकों के कल्याण के लिए राज्य सरकार को प्रतिबद्व बताते हुए कहा है कि उनके सम्मान में कोई कमी नहीं रखी जायेगी। गुढ़ा ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सात दिसम्बर को मनाए जाने वाले सशस्त्र सेना झंडा दिवस को राज्य सरकार ने एक माह तक मनाने का निर्णय लिया है। यह दिवस सात नवंबर से सात दिसंबर तक एक पर्व के रुप में मनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीद सैनिकों के परिवार को 25 लाख रुपये की मदद देती है तथा वर्ष 1971 के पहले शहीद हुए सैनिकों के परिजनों को अनुकंपा नौकरी और मुआवजा राशि बढ़ाने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि शहीद के परिजनों के कल्याण के लिए बैंक आॅफ बडौदा के सहयोग से फंड इकट्ठा करने का प्रयास किया जा रहा है। इस फंड को ”शौर्य का सम्मान” नाम दिया गया है। इस कोष में कोई भी व्यक्ति क्यूआरकोड और यूपीआई से पैसा जमा करा सकता है। इस कोष में जमा राशि से शहीद के परिजनों को समय समय पर आर्थिक मदद की जाती है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में खासकर झुंझुनूं जिले से सर्वाधिक लोग सेना में अपनी सेवाएं दे रहे है।
क्या है मामला
इस अवसर पर सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि राजस्थान वीरता का सम्मान करने वाला राज्य है और लगभग हर परिवार से एक सदस्य सेना में अपनी सेवाएं दे रहा है। उन्होंने कहा कि सैनिकों के लिए कोष की व्यवस्था करने वाला राजस्थान पहला राज्य है और देश के अन्य राज्यों के लिए उदाहरण है। उन्होंने अन्य राज्यों से भी इस अभियान से जुड़कर अपने राज्य में इसे लागू करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सेना की सेवा हमारा धर्म है और सेना के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग सहयोग करे। उन्होंने कहा कि इस कोष की राशि से शहीद के बच्चों के लिए छात्रावास बनाने , वीरांगनाओं की मदद सहित सैनिकों के परिजनों के लिए अनेक कल्याणकारी कार्य किए जायेंगे।
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