कई जगह सडको से सफ़ेद पट्टी गायब | Kaithal News
- सफ़ेद पट्टी न होने के चलते बना रहता है दुर्घटना का अंदेशा
कैथल (सच कहूं/कुलदीप नैन)। Kaithal News: नवम्बर का महिना शुरू हो चुका है। माना यही जाता है कि नवम्बर महीने में सर्दी दस्तक देने लग जाती है। आगामी दिनों में सुबह-शाम स्माग और धुंध होने से दृश्यता कम होनी शुरू हो जाएगी। वहीं प्रशासन की ओर से इस संबंध में अभी तक कोई तैयारी नजर नहीं आई है। हाईवे से लेकर लिंक मार्गों पर सड़कों से संकेतक गायब हैं तो सफेद पट्टी जगह जगह धुंधली पड़ चुकी है। ग्रामीण सड़कों का तो हाल ये है कि कई जगह सफेद पट्टी लगाई ही नहीं गयी। विभाग द्वारा अगर सड़कों पर जल्द ही सफेद पट्टी नहीं लगाई गई तो आगामी दिनों में धुंध होने पर हादसों की आशंका बढ़ना तय है।
दरअसल धुंध में दृश्यता काफी कम हो जाती है तो आगे ज्यादा दूर दिखाई नहीं देता। अगर सड़क के बीच में सफेद पट्टी होगी तो वाहन चालक को यह पता रहेगा कि वह अपनी लेन में चल रहा है और साइड की सफेद पट्टी दिखने से वाहन सड़क से नीचे नहीं उतरेगा। शहर के बाहर जाने वाला अंबाला रोड, जींद रोड, चीका रोड, खनौरी रोड, ढांड रोड पर भी कई जगह सफेद पट्टियां गायब हैं, जहाँ पर है वहां धुंधली हो चुकी है। इन सभी मार्गों पर अधिक यातायात रहता है।
करनाल रोड पर दुकानदार रमेश ने बताया कि बस स्टैंड से शहर की तरफ आने वाले करनाल रोड पर सफेद पट्टी काफी समय पहले लगाई गई थी, जोकि अब बिल्कुल धुंधली पड़ चुकी है। मुख्य मार्ग होने के कारण दुर्घटना होने का अंदेशा रहता है। करनाल रोड फाटक के पास बड़े ब्रेकर बने हुए है जिन पर से भी सफ़ेद पट्टी गायब है। विभाग को दोबारा से सफेद पट्टी सड़क पर लगानी चाहिए। ताकि सड़क दुर्घटनाएं होने से बच सकें। Kaithal News
जींद बाईपास पर चाय की दुकान करने वाले धर्मबीर ने बताया कि जींद बाईपास से तितरम मोड की तरफ जाने वाली सड़क से रोजाना जींद, सरसा, हिसार, चंडीगढ़, कुरुक्षेत्र, पटियाला जाने वाले हजारो छोटे बड़े वाहन गुजरते है। सड़क के साइड में लगाई गई सफेद पट्टी हल्की नजर आती है, जो रात के अंधेरे में दिखाई ही नहीं देती। कई जगह तो सड़क पर ऐसा हाल है कि वहां पता भी नहीं लग पाता कि यहाँ कभी सफ़ेद पट्टी लगाई भी गयी थी । विभागीय अधिकारी इस बात से वाकिफ हैं कि धुंध का सीजन शुरू होने वाला है तो क्यों नहीं अभी से तैयारियां पूरी की जाती।
बात करे लिंक मार्गो कि तो वहां हालात इससे भी बदतर है। प्योदा जाने वाली सड़क पर तो सफ़ेद पट्टी लगाई हुई ही नहीं है। पयोदा रोड पर रोजाना प्योदा, हरसोला, सिसमौर आदि गाँवों के लोग नियमित रूप से अपने रोजमर्रा के कामो के लिए शहर आते है। प्योदा गाँव से शहर की तरफ आ रहे बाइक सवार रवि ने बताया कि आगे धुंध का सीजन शुरू होना है। सफ़ेद पट्टी सडको पर होनी बहुत जरूरी है। इस रोड की चौड़ाई भी कम है। सामने से वाहन आने पर धुंध में छोटे वाहन चालको को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार तो हादसे भी हो चुके है। Kaithal News
शहर से जींद रोड की तरफ जाने वाली सड़क का एक तरफ का काम लगभग पूरा हो चूका है। लेकिन विभाग सड़क निर्माण के बाद इस पर सफ़ेद पट्टी लगाना ही भूल गया। सफेद पट्टी न होने के कारण रात को लोगों को काफी परेशानी होती है। विभाग को सड़कों पर जल्द से जल्द सफेद पट्टी लगानी चाहिए। इसके अलावा हाईवे पर जगह-जगह अवैध कट बने हुए हैं और संकेतक नहीं लगे होने के कारण हादसों की आशंका बनी रहती है।
सड़कों पर सफेद पट्टी लगाने को लेकर जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा। जहाँ पर ज्यादा ट्रेफिक है वहां सबसे पहले पट्टी लगाने का कार्य शुरू किया जायेगा। इसमें स्टेट हाईवे को पहल के तौर पर रखा जायेगा। लिंक मार्गो पर भी जहाँ दुर्घटना होने कि अधिक सम्भावना है वहां पर सांकेतिक निशान और पट्टीया जल्द लग जाएगी। विभाग के अधीन आने वाली सभी सड़कों पर जरूरत के अनुसार समय रहते सफेद पट्टी लगवाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
-वरुण कंसल, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग, कैथल
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