संगरूर/फरीदकोट (सच कहूँ न्यूज)। रूस द्वारा यूक्रेन पर परमाणु हमले का एलान किए जाने के बाद यूक्रेन में फंसे पंजाब के कई जिलों के नौजवानों के स्वजनों की परेशानी बढ़ गई है। संगरूर जिले से दर्जन भर परिवार सामने आ चुके हैं, जिनके बच्चे यूक्रेन में फंसे (Sound of the Bomb) हुए हैं। यूक्रेन में फंसे नौजवान बंकर, मेट्रो स्टेशन व ट्रेनों में शरण लिए हैं, जिनके पास पैसे भी खत्म हो गए हैं। खाना भी खत्म हो चुका है।
मंगलवार को रूस द्वारा यूक्रेन में बम धमाके की वीडियो सामने आने के बाद स्वजनों की सांसें अटकी हुई हैं। स्वजन लगातार प्रशासन की मदद से सरकार से उनके बच्चों को सुरक्षित वापस लाने की मांग कर रहे हैं। जिला संगरूर के भवानीगढ़ इलाके का एक युवक भी यूक्रेन में फंसा हुआ है।
रूस व यूक्रेन में छिड़ी जंग मानवता के लिए खतरा बन चुकी है। जिला संगरूर के अधीन आती सब डिवीजन भवानीगढ़ का नौजवान सुमित कुमार भी कई दिनों से यूक्रेन में अटका है। सुमित के भाई अमित कुमार ने बताया कि सुमित पुलटावा यूनिवर्सिटी ऑफ इकनोमिक्स एंड ट्रेड में दाखिला लेकर वहां लैगुएज कोर्स करने के लिए बीस सितंबर को पुलटावा गया था। (Sound of the Bomb)
बरनाला: पुलिस ने प्रशासन को भेजे दोनों परिवारों के दस्तावेज
बरनाला जिले के गांव भोतना के मौजूदा पंच सुखदेव सिंह की 20 वर्षीय बेटी मनजिंदर कौर दिसंबर 2021 में एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन आई थीं। वह अब खारकीव शहर में फंस गई हैं। वह और अन्य विद्यार्थी हॉस्टल के बंकरों में छिपे हैं। पंच सुखदेव सिंह ने बताया कि मनजिंदर कौर ने जानकारी दी है कि वहां के हालात बेहद नाजुक हैं। उनके पास खाने-पीने का राशन खत्म होने की कगार पर है।
किसी भारतीय अधिकारी या प्रशासन ने अभी तक वहां से निकालने का प्रयत्न नहीं किया है। थाना टल्लेवाल के प्रमुख बलतेज सिंह ने कहा कि दोनों परिवारों की शिकायतें दर्ज कर ली गई हैं। इन परिवारों को हेल्पलाइन नंबर दिया गया है। पुलिस ने दस्तावेज सिविल प्रशासन को भेजे हैं।
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