भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा शहर के महात्मा गांधी अस्पताल की एनआईसीयू के एक वरिष्ठ चिकित्सक पर बीगोद की एक महिला ने चांटा मारने का आरोप लगा है। यह घटना शिशू इकाई स्थित एनआईसीयू की बताई गई है, जहां यह महिला अपनी बेटी की जांच के लिए पर्ची पर महिला चिकित्सक की सील लगवाने गई थी। इस घटना के बाद वार्ड में हंगामा खड़ा हो गया। महिला ने बाद में डॉक्टर के खिलाफ भीमगंज थाने में रिपोर्ट दी है। वहीं कहा जा रहा है कि घटना वहां लगे सीसी टीवी कैमरे में कैद है। पुलिस सूत्रों ने बीएचएन को बताया कि बीगोद क्षेत्र की एक महिला कसीबुननिशा की बेटी तरन्नूम निशा को बुखार था।
मंगलवार को वह अपनी बेटी को दिखाने के लिए जिला अस्पताल की शिशू इकाई में डा इंद्रा सिंह को दिखाने आई थी। उसने, बेटी को डॉक्टर इंद्रा सिंह को दिखाया। उसे जांच लिखी गई। वहं जांच केंद्र पर गई, लेकिन पर्ची पर सील नहीं लगी होने के कारण जांच नहीं हो पाई। उसे सील लगवाने के लिए पुन: डॉक्टर इंद्रा सिंह के पास भेजा गया। वह वार्ड में पहुंची, जहां उसे जानकारी मिली कि इंद्रा सिंह एनआईसीयू वार्ड में जा चुकी है। महिला गार्ड से पूछकर एनआईसीयू वार्ड के अंदर चली गई। जहां डॉक्टर सिंह ने सील लगाने के साथ ही दवा में संशोधन भी किया।
इसके बाद सिंह ने वहां मौजूद वार्ड बॉय से कहा कि वह महिला को दवा के बारे में समझा दे। वार्ड बॉय समझा रहा था तभी डॉक्टर जगदीश सिंह सौलंकी बाहर निकल कर आये। उन्होंने महिला से वार्ड में खड़े रहने की वजह पूछते हुये उसे चांटा मार दिया। बताया गया है कि यह घटना सीसी टीवी कैमरे में कैद हो गई। इस घटना को लेकर भीमगंज थाने में इस महिला ने रिपोर्ट दी है। उधर, इस पूरे मामले की जांच चार वरिष्ठ डॉक्टर करेंगे। इसके लिए टीम गठित की गई है।
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