बरसात के साथ आई हवा ने किसानों की बढ़ाई चिंता, फसलों को भारी नुकसान का अंदेशा

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सचकहूँ/लाजपतराय, रादौर। जनवरी माह में जहां बरसात फसलों के लिए वरदान होने से किसान खुश नजर आए थे वही फरवरी माह के पहले सप्ताह में आई हवा के साथ बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ा दी हैं जिससे किसान चिंतित है कि जनवरी माह में हुई बरसात ही फसलों(Heavy Damage) पर भारी पड़ी हुई थी लेकिन वीरवार को बरसात के साथ आई तेज हवा किसानों पर भारी पड़ेगी। जिससे गेंहू की पैदावार प्रभावित होने के साथ सब्जी की फसलों पर भी असर पड़ेगा।

वही प्याज की रोपाई प्रभावित होने से प्याज की पौध खराब होने के आसार बने हुए हैं जिससे आगामी दिनों में प्याज के दामों में बढौतरी से प्याज आम आदमी की पहुंच से दूर रहने का भी अनुमान हैं। इस बरसात ने किसानों के साथ आमआदमी की उम्मीदों पर पानी फेरने का काम किया हैं। वही हवा के साथ आई बरसात से ठंड बढ़ी है, जिससे लोग दिनभर घरों में दुबकने को मजबूर हुए और दिनभर जनजीवन अस्तव्यस्त रहा ।

बरसात के साथ आई हवा से गेहूं की जड़े हिलने व बूर झड़ने से सीधा पैदावार पर होगा असर: किसान

किसान नाथी राम व शमशेर ने बताया कि जनवरी माह में हुई पहली बरसात से जहां उन्हें खुशी हुई थी कि बरसात से ठंड बढ़ेगी और गेहूं की पैदावार अच्छी होगी लेकिन जनवरी माह में जरूरत से ज्यादा बरसात हुई हैं जिसके बाद अब किसानों को राहत मिली थी कि मौसम खुलने से फसलों की ग्रोथ होगी ओर अच्छी पैदावार होगी, लेकिन वीरवार अलसुबह हवा के साथ आई बरसात ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया हैं गेंहू की फसल के साथ-साथ अन्य फसलों को भी नुकसान(Heavy Damage) होने के काफी आसार बने हुए है उन्होंने कहा कि तेज हवा से गेहूं व सरसो की फसलो को काफी नुकसान होने का अंदेशा हैं।

दोनों फसलों के जमीन पर बिछने से किसानों को पैदावार में काफी नुकसान झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस समय गेंहू की फसल निस्राव पर हैं, जिससे बाल में दाना बनता हैं बरसात के साथ आई हवा से गेहूं की जड़े हिलने व बूर झड़ने से सीधा पैदावार पर असर होगा। जिससे किसानों को भारी नुक सान झेलना पड़ेगा।

लगातार बारिश प्याज की रोपाई पर पड़ रही भारी

वहीं उन्होंने बताया कि प्याज की फसल की रोपाई का बेहतर समय चल रहा हैं लगातार बरसात होने से किसान खेतो को प्याज लगाने के लिए तैयार नहीं कर पा रहे हैं जिससे प्याज की फसल की रोपाई लेट होने से पनीरी खराब होने का डर सता रहा है। वहीं कुछ किसानों को पनीरी मोल लेकर लगानी होती हैं, जिन्हें पनीरी महंगे दामों में खरीदनी पड़ेगी। वही मौसम के चलते प्याज की फसल की रोपाई न होने से आम आदमी को भी इस बरसात के मौसम की मार अपनी जेब से चुकानी(Heavy Damage) पड़ेगी।

किसान नाथीराम व शमशेर ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार खराबे की गिरदावरी करवा किसानों को उचित मुवावजा दे। मौसम को ध्यान में रखते हुए रखें फसलों से पानी निकासी का उचित प्रबंध।

वहीं कृषि विज्ञान केन्द्र दामला से मौसम विशेषज्ञ अजित कुमार ने बताया कि 4 से 5 फरवरी तक हवाओं के झोंकों के साथ-साथ हल्के बादल व गरज चमक के साथ हल्की मध्यम बारिश होने की भी संभावना है और अधिकतम तापमान 9.2 से 16.5 डिग्री सैंटीग्रेट और न्यूनतम तापमान 6 से 7.8 डिग्री सैटीग्रेट तक रहने की संभावना है। किसानों को सलाह दी जाती हैं कि आगामी दिनों के मौसम को ध्यान में रखते हुए किसान भाई अपनी फसलों में जल निकासी का उचित प्रबंधन करें।

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