पाठ्य सामग्री में बदली माहनी खेड़ा के सरकारी स्कूल की दीवारें

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स्वच्छता सर्वेक्षण में जिले में पहले स्थान पर रहा स्कूल

मलोट (मनोज)। पंजाब सरकार की ओर से शिक्षा सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों को ओर तेज करने के लिए राष्ट्र निमार्ता अध्यापक भी अब और अधिक तनदेही से योगदान दे रहे हैं, जिससे सुंदर पंजाब के बच्चों के भविष्य के आदर्श नागरिक बनने के लिए आज उनके जीवन को सही दिशा दी जा सके। ऐसे अध्यापकों के यह प्रयास इन बच्चों के जीवन को ज्ञान के साथ इस तरह सरोबार कर रहे हैं।

कि आने वाले कल को यह बच्चे बड़े होकर अपने प्यारे पंजाब की तरक्की के लिए बड़ी प्राप्तियां हासिल करें। ऐसा ही प्रयास किया है कि सरकारी प्राथमिक स्कूल गांव माहनी खेड़ा के अध्यापकों ने। स्कूल प्रमुख राज कुमार बताते हैं कि उन्होंने अपने साथी अध्यापकों प्र्रीकश्त कुमार, ज्योति रानी व रुपिन्दरा कौर संधू की टीम के साथ मिल कर अपने स्कूल की दीवारों को दीवार चित्रकारी के साथ कुछ इस तरह सजाया है कि यह बच्चों को जहां स्कूल आने के लिए आकर्षित करती है वहीं इस पर बनाए चित्र सहज में ही जिंदगी व पढ़ाई के सबक उनको याद करवा देते हैं।

राज कुमार ने कहा कि पढ़ने की अपेक्षा देखने का प्रभाव दिमाग पर चिरस्थाई होता है व उन्होंने इसी विचार पर आधारित दीवारों पर यह चित्रकारी करवाई है ताकि बच्चों व पर पढ़ाई के मूलभूत सबक कुछ इस तरह बस जाएं कि वापिस उनका रंग इनकी यादों से कभी निकले नहीं। मुख्य अध्यापक ने बताया कि यहां गणित, विज्ञान, भाषा, रोजमर्रा के जीवन के साथ संबंधित आदतों आदि संबंधी दीवार पर चित्र बनाए हैं। इस नेक कार्य में गणमान्यजनों ने भी उनको सहयोग किया है। तीन साल हो जाने के बाद भी यह चित्र आज भी नये लगते हैं क्योंकि स्कूल अध्यापकों की ओर से बच्चों को अनुशासन का ऐसा पाठ पढ़ाया जाता है कि स्कूल समय के बाद शाम के समय यहां खेलने के लिए आने वाले बच्चे भी इनको खराब नहीं होने देते। वह कहते हैं कि अनुशासन जिंदगी भर बच्चों का रास्ता रौशन करता है।