महिला ने कई संस्थाओं को मदद के लिए लगाया फोन, नहीं मिली मदद
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पुलिस ने केस दर्ज करने के लिए शिकायतकर्ता को करवाया लंबा इंतजार
पंचकूला (सच कहूँ/चरन सिंह)। घग्गर नदी पुल बने डंपिंग ग्राउंड सेक्टर 23 के समीप अज्ञात वाहन ने चार गायों को टक्कर मारकर घायल कर दिया। टक्कर (Vehicle Hit the Cows) के कारण चारों गाय बुरी तरह घायल हो गई, जिसमें से दोनों ने दम तोड़ दिया। मामले में चंडीमंदिर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी शिकायत में स्वाति कौशिक निवासी पालम कॉलोनी नई दिल्ली ने बताया कि उसके भाई की कोचिंग के लिए वह पंचकूला आई हुई थी।
वह अपने भाई को रात 2 बजे ताऊ देवी लाल स्टेडियम सेक्टर 3 पंचकूला में कोचिंग के लिए छोड़ने आ रही थी, तो देखा कि घग्गर नदी सेक्टर 21 डंपिंग ग्राउंड के पास किसी अज्ञात वाहन ने चार गायों को टक्कर मार दी थी। स्वाति कौशिक ने हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल किया और एनिमल रेस्क्यू, डॉक्टर और एंबुलेंस बुलाने की मांग की, लेकिन मौके पर पुलिस ही पहुंची। एक गाय के बछड़े ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि तीन घायल अवस्था में थी।
स्वाति कौशिक ने पंचकूला एवं चंडीगढ़ के कई एनिमल संस्थाओं, अस्पतालों रेस्क्यू एवं गवनर्मेंट अस्पताल में मदद के लिए गुहार लगाई, लेकिन कहीं से भी कोई मदद नहीं मिली। पुलिस द्वारा दिए गए नंबरों एवं चंडीगढ़ के महापौर को भी स्वाति कौशिक ने फोन किया, लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं मिला।
मौके पर पहुंची पुलिस भी मदद करने में असमर्थ नजर आई। स्वाति कौशिक ने सेक्टर 3 गर्वनमेंट एनिमल अस्पताल से भी संपर्क किया, लेकिन वहां से भी गायों के लिए कोई मदद नहीं मिली और इसी बीच एक और गाय ने हादसे में घायल होने के चलते दम तोड़ दिया।
स्वाति ने कहा कि गाय को माता का दर्जा दिया जा रहा है, लेकिन संस्थाएं केवल नाम के लिए बनी है। सरकारी और प्राइवेट संस्थाओं द्वारा समय पर कोई मदद नहीं दिए जाने के कारण आज 2 गायों की मृत्यु हो गई। स्वाति की शिकायत पर पुलिस ने धारा 279, 429 के तहत केस दर्ज कर लिया है। स्वाति के पति आकाश बंधू ने बताया कि किसी कार ने गायों को टक्कर (Vehicle Hit the Cows) मारी है, क्योंकि उसके कुछ टुकड़े वहां पर गिरे हुए थे।
हादसा रात 2 बजे हुआ था और सुबह सवा 6 बजे तक गायों को कोई मदद नहीं मिली और 2 गायों की मौत हो गई। इतना ही नहीं पुलिस भी मामले में केस दर्ज करने के लिए तैयार नहीं थी। आकाश और स्वाति ने लिखित शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने पहले केस दर्ज करने से इंकार कर दिया, लेकिन जब वह नहीं माने, तो कहा गया कि आपको 10 बजे तक इंतजार करना पड़ेगा। बाद में केस दर्ज कर लिया।