पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि कुछ लोग कहते हैं कि आप तो रूढ़िवादी विचारों के हो, तो आप कौन से विचारों के हो। रूढ़िवादी एक अलग चीज है, पाखंडवाद एक अलग चीज है। स्वस्थ परंपरा हमारी थी। आप समझने में गलती करते हो। हमसे बहुत बार ये पूछा जाता रहा, अब भी कई बार पूछ लेते हैं, क्योंकि सबसे पहले पवित्र वेद बने ये तो दुनिया का हर बंदा मानता है।
सबसे पुरातन ग्रंथ हैं तो वो पवित्र वेद हैं, उनमें सब कुछ लिखा हुआ है, पढ़ने वाले का नज़रिया चाहिए। कई लोग कहते हैं कि गुरू जी अगर आप इतना ही कहते हो कि पवित्र वेदों में सब कुछ है तो आप तो कहते हैं कि चन्द्रमा देवता है जबकि वो तो पत्थर है, ये साबित हो चुका है। तो हम हँस पड़ते। तो पूछते कि आप हँस क्यों रहे हैं तो हम कहते हम इस पत्थर के चन्द्रमा को थोड़ी ‘चन्द्र देव’ कहते हैं। तो वो कहते तो किसको चन्द्र देव कहते हो। हमने कहा कि जो चन्द्रमा को रिमोट कंट्रोल से चलाता है, वो है चन्द्रदेव। ये तो पत्थर है, हमने कब कहा कि ये देव है। वो चन्द्र देव हैं, जो इस चन्द्रमा को अपने रिमोट कंट्रोल से चलाते हैं। आपके तो टीवी, पीसी आदि के ये रिमोट कंट्रोल अभी आए हैं और हमारे उन देवी-देवताओं के पास तो कब के हैं ये रिमोट कंट्रोल और उनके पास अलग से डिवाइस नहीं है, उनकी आत्मिक तरंगों से चलते हैं ये चन्द्रमा-सूरज, ऐसे हैं वो देव, इतने महान हैं वो।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।