पिछले 24 घंटों में डेंगू के 11 को मलेरिया के सितंबर में सामने आए 2 केस
हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। मौसमी सीजन के बाद हर बार चलने वाला डेंगू (Dengue) का डंक इस बार भी तेज गति से लोगों को सता रहा है। चिंता की बात यह है कि मौसमी सीजन खत्म होने के बाद पानी जनित बीमारियां भी अब मुँह उठाने लगी है। इनमें विशेष कर मलेरिया शामिल है इस सीजन में हिसार जिले में पहली बार मलेरिया से पॉजिटिव चार मरीज मिले हैं। हालांकि यह आंकड़ा एक दिन का नहीं, बल्कि एक महीने का है। लेकिन अब तक ऐसे आसार लगाए जा रहे थे कि इस बार बारिश के मौसम में भी हिसार जिले में एक भी मलेरिया का पॉजिटिव केस नहीं मिला है।
लेकिन वीरवार को सितंबर माह की रिपोर्ट मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जो मौसम बुलेटिन जारी किया है। उसमें चार लोगों के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। दूसरी तरफ डेंगू के मामले भी कम होने की बजाय लगातार बढ़ते जा रहे हैं। डेंगू के साथ-साथ अब मलेरिया ने भी स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। क्योंकि वर्तमान में ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है। जहां निकले इलाकों में पानी जमा हो। उसके बावजूद भी मलेरिया के कैसे मिलने चिंताजनक है।
डेंगू के 11 नए पॉजिटिव केस मिले
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ सुभाष खतरेजा ने बताया कि जिले में वीरवार को डेंगू के 11 नए मामले सामने आए हैं। जिले में सक्रिय डेंगू (Dengue) मरीजों का आंकड़ा बढक़र 16 हो गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक 2 हजार 235 डेंगू आशंकित लोगों के सैंपल लिए गए हैं, इनमें से 281 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 265 व्यक्ति डेंगू से रिकवर हो चुके हैं और फिलहाल जिले में 16 डेंगू सक्रिय मरीज हैं।
4 मलेरिया केस आए सामने | Dengue
उप-सिविल सर्जन एवं मलेरिया प्रभारी डॉ सुभाष खतरेजा ने बताया कि सितंबर मास के दौरान जिले में 22 हजार 667 व्यक्तियों की मलेरिया ब्लड स्लाइड बनाई गई। ब्लड स्लाइड की जांच के दौरान जिले में 4 मलेरिया केस पाए गए। उन्होंने बताया कि डेंगू व मलेरिया से बचने के लिए पानी की टंकियों व हौदियों के ढक्कन हमेशा बंद रखें, टूटे-फूटे बर्तन, टायर इत्यादि खुले में न रखें, इनमें बरसात का पानी इकठ्ठा रहने पर मच्छर पैदा होने का खतरा बना रहता है।
यह भी पढ़ें:– घर में घुसकर माता-पिता व बेटे के साथ मारपीट, चुराकर ले गए जेवरात-नकदी